रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भारत-जापान साझेदारी के विस्तार की आवश्यकता पर दिया जोर

डीएन ब्यूरो

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा उपकरण, तकनीकी सहयोग में भारत-जापान साझेदारी का विस्तार करने की आवश्यकता पर बृहस्पतिवार को जोर दिया और जापानी कम्पनियों को भारत के रक्षा गलियारों में निवेश के लिए आमंत्रित किया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट

टोक्यो में हुई द्विपक्षीय वार्ता
टोक्यो में हुई द्विपक्षीय वार्ता


नयी दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा उपकरण, तकनीकी सहयोग में भारत-जापान साझेदारी का विस्तार करने की आवश्यकता पर बृहस्पतिवार को जोर दिया और जापानी कम्पनियों को भारत के रक्षा गलियारों में निवेश के लिए आमंत्रित किया।

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तोक्यो में सिंह और जापान के उनके समकक्ष यासुकाजु हमदा ने द्विपक्षीय वार्ता में द्विपक्षीय व बहुपक्षीय अभ्यास जारी रखने को लेकर प्रतिबद्धता व्यक्त की और इस बात को लेकर सहमति व्यक्त की कि सैन्य अभ्यास के जल्द से जल्द शुरू होने से दोनों देशों की वायु सेनाओं के बीच ‘‘अधिक सहयोग’’ बढ़ेगा।

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रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जापान के रक्षा मंत्री यासुकाजु हमदा के साथ आठ सितंबर को तोक्यो में मुलाकात की‘‘।

मंत्रालय ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने रक्षा सहयोग व क्षेत्रीय मामलों के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की और दोनों देशों की विशेष द्विपक्षीय रणनीतिक व वैश्विक साझेदारी तथा ‘‘एक स्वतंत्र, मुक्त और कानून-आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र’’ सुनिश्चित करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘रक्षा मंत्री ने रक्षा उपकरण और तकनीकी सहयोग के क्षेत्र में साझेदारी के दायरे का विस्तार करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जापानी उद्योगों को भारत के रक्षा गलियारों में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया, जहां भारत सरकार द्वारा रक्षा उद्योग के विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाया गया है।’’

मंत्रालय के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान सिंह ने इस बात को रेखांकित किया कि भारत-जापान द्विपक्षीय रक्षा अभ्यास में गहन साझेदारी दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग का प्रमाण है।

रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों मंत्रियों ने ‘धर्म गार्जियन’, 'जिमेक्स' और 'मालाबार' सहित अन्य द्विपक्षीय व बहुपक्षीय अभ्यास जारी रखने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।’’

मंत्रालय के अनुसार, उन्होंने इस वर्ष मार्च में अभ्यास ‘मिलन’ के दौरान ‘रेसिप्रोकल प्रोविजन ऑफ सप्लाई एंड सर्विसेज एग्रीमेंट’ के संचालन का स्वागत किया।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों मंत्री इस बात पर सहमत हुए कि दोनों देशों की वायु सेनाओं के बीच सैन्य अभ्यास के जल्द से जल्द शुरू होने से अधिक सहयोग बढ़ेगा।’’

मंत्रालय के अनुसार, सिंह सात सितंबर की रात को तोक्यो पहुंचे थे। सिंह ने अपनी जापान यात्रा की शुरुआत बृहस्पतिवार को जापान की आत्म रक्षा सेना के उन कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की, जिन्होंने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘जापान के रक्षा मंत्री से द्विपक्षीय वार्ता शुरू करने से पहले सिंह को सलामी गारद दिया गया।’’

राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर जापान के अपने समकक्षों क्रमश: यासुकाजु हमदा और योशिमासा हयाशी के साथ आज ‘टू प्लस टू’ प्रारूप में वार्ता करेंगे।

जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा के वार्षिक भारत-जापान शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत की यात्रा करने के करीब पांच महीने बाद यह वार्ता हो रही है।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘ इस साल दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। दोनों लोकतंत्र देश एक विशेष सामरिक और वैश्विक साझेदारी का अनुसरण करते हैं। (भाषा)










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