अगले साल ओडिशा में होगा देश-विदेश के कवियों का महासम्मेलन.. जाने पूरी डिटेल
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्नर में अगले साल देश विदेश के विदेश के कवियों के द्वारा 39 वें अन्तरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में जानिए पूरी जानकारी
नई दिल्ली: कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नॉलजी (किट) और कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (किस) के सहयोग से भुवनेश्वर में अगले साल अक्टूबर में 39वें कवियों के अन्तरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा।
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गुरुवार को नई दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. अच्युत सामंत ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 2 अक्टूबर से 6 अक्टूबर तक चलने वाले इस सम्मेलन में करीब 100 देशों के 500 विख्यात कवि सहभागिता करेंगे। साथ ही उड़ीसा सहित पूरे देश से करीब 2 हजार लेखक एवं कवि इस सम्मेलन में शामिल होंगे।
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कीट-कीस के संस्थापक डॉ. सामंत ने बताया कि भारतीय कवियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। उन्होंने ये भी बताया कि डीलिट अवॉर्ड के अतिरिक्त दिए जाने वाले सभी पुरस्कार महात्मा गांधी के नाम पर ही होंगे।
उन्होंने कहा इसमें एक अच्छा अकादमिक आदान-प्रदान होगा, क्योंकि इसमें दुनिया भर के लेखक-कवि भाग लेने आएंगे। इससे निश्चित रूप से हमारे राज्य ओडिशा और भारत के कवियों-लेखकों को बढ़ावा मिलेगा। ओडिशा सरकार कवियों के इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए भागीदारी कर रही है और हम भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय का भी सहयोग चाहते हैं।
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उन्होंने कहा कि डब्ल्यूसीपी का आयोजन महात्मा गांधी की 150वीं जयंती और डब्ल्यूएएसी की स्वर्ण जयंती के अवसर पर किया जाएगा, इसलिए इस दौरान दिए जानेवाले अन्य डी. लिट् अवार्ड्स के अलावा महात्मा गांधी के नाम पर भी पुरस्कार दिया जाएगा।