Shanti Swarup Bhatnagar Prize: देश के 11 युवा वैज्ञानिकों को मिलेगा शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार-2022, देखिये पूरी सूची

डीएन ब्यूरो

वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने अपने स्थापना दिवस से पहले सोमवार को 2022 के लिए शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार देश के 12 युवा वैज्ञानिकों को प्रदान करने की घोषणा की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

सीएसआईआर ने की  शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार की घोषणा
सीएसआईआर ने की शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार की घोषणा


नयी दिल्ली: वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने अपने स्थापना दिवस से पहले सोमवार को 2022 के लिए शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार देश के 12 युवा वैज्ञानिकों को प्रदान करने की घोषणा की।

शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार के लिए नामित वैज्ञानिक

इन वैज्ञानिकों में सीएसआईआर-भारतीय रासायनिक जीवविज्ञान संस्थान, कोलकाता के प्रतिरक्षा विज्ञानी दिप्यमान गांगुली; सीएसआईआर-सूक्ष्मजीव प्रौद्योगिकी संस्थान, चंडीगढ़ के सूक्ष्मजीव विज्ञानी अश्विनी कुमार ; हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग डायग्नॉस्टिक के जीवविज्ञानी एम सुब्बा रेड्डी ; भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु के अक्कातु टी बीजू ; और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बंबई के देबब्रत मैती शामिल हैं।

गांगुली ने पुरस्कार सूची में अपना नाम आने पर खुशी जाहिर की और फोन पर कहा, ‘‘मैं खुश हूं कि यह इस बात की स्वीकृति है कि मैंने जो दीर्घकालिक लक्ष्य रखा है वह बुरा नहीं है। एक शोधार्थी के रूप में मेरी यात्रा जारी रहेगी।’’

यह पुरस्कार हर साल 45 वर्ष से कम आयु के वैज्ञानिकों को दिया जाता है। इसके तहत पांच लाख रुपये और एक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।

गांगुली को चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में, जबकि कुमार और रेड्डी को जीव विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।

बीजू और मैती को रसायन विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।

राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों में बदलाव करने की सरकार की योजना को लेकर विवाद के बीच इन पुरस्कारों की घोषणा की गई है।










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