बच्चों की तस्वीरें साझा करने पर संजय राउत, राघव चड्ढा के खिलाफ एनसीपीसीआर ने लिखा पत्र

डीएन ब्यूरो

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर कथित रूप से ‘नाबालिग की तस्वीर’ ट्विटर पर साझा करने को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत और आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा तथा आतिशी के खिलाफ जांच और आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है।

संजय राउत और  राघव चड्ढा
संजय राउत और राघव चड्ढा


नयी दिल्ली: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर कथित रूप से ‘नाबालिग की तस्वीर’ ट्विटर पर साझा करने को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत और आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा तथा आतिशी के खिलाफ जांच और आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है।

आयोग ने आरोप लगाया कि ‘‘राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने’’ के लिए ये तस्वीरें साझा की गईं।

पत्र के मुताबिक, आयोग ने यह भी पाया कि नेताओं द्वारा कथित रूप से तस्वीर साझा करने का उद्देश्य मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई द्वारा जारी जांच से ध्यान भटकाना था।

गौरतलब है कि राउत और चड्ढा राज्यसभा सदस्य हैं जबकि आतिशी दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की विधायक हैं।

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सिसोदिया ने 2021-22 आबकारी नीति में कथित भ्रष्टाचार के संबंध में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद हाल में मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। सिसोदिया के पास शिक्षा सहित दिल्ली सरकार के 18 विभागों का प्रभार था।

आयोग ने कहा कि उसे राउत और चड्ढा के सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में शिकायत मिली है, जिन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर ऐसी तस्वीरें साझा की हैं, जिसमें आम आदमी पार्टी नेता एवं राज्य के तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया स्कूलों में नाबालिग बच्चों के साथ दिख रहे हैं।

आयोग ने कहा कि इस मामले की जांच और आवश्यक कार्रवाई के लिए दिल्ली पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा गया है, जिसकी प्रति दिल्ली के मुख्य सचिव को भेजी गई है।

आयोग ने दिल्ली पुलिस से किशोर न्याय कानून के तहत उचित कार्रवाई करने को कहा है।

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आतिशी के मामले में आयोग ने कहा है कि ‘‘बच्चों की सहमति के बिना उनकी तस्वीरों को साझा करने और इनका उपयोग करके अपने व्यक्तिगत एजेंडे को बढ़ाने के वास्ते अपने पद और शक्ति का दुरुपयोग करने’’ के लिए आतिशी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए।

 










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