मुजफ्फरनगर: बारिश के कहर के बाद छप्पर में रहने को मजबूर हुए लोग, शासन की लापरवाही उजागर

डीएन संवाददाता

बारिश से प्रभावित लोगों को सरकार ने मुफ्त आशियाना और अन्य तरह की मदद दिलाने को वादे किये हुए हैं लेकिन यहां सरकार ये वादे फेल होते हुए दिख रहे हैं। भोपा व युसुफपुर गाँवों में डेढ दर्जन से अधिक लोग बारिश के कारण आशियाना उजड़ जाने के बाद छप्पर में रहने को मजबूर है। पूरी खबर..

छप्पर में रहने को मजबूर दंपति
छप्पर में रहने को मजबूर दंपति


मुजफ्फरनगर: बारिश से प्रभावित लोगों को आशियाना समेत अन्य तरह की मदद दिलाने के सरकार के दावे फेल होते हुए दिख रहे हैं। खण्ड विकास अधिकारी मोरना की भी बड़ी लापरवाही भी सामने आई है। बारिश के कहर के कारण बेधर हो चुके कई लोग छप्पर में रहने को मजबूर है, लेकिन कोई उनकी सुध लेने वाला नहीं। इनमें कई बच्चे भी शामिल हैं। 

 

मुजफ्फरनगर के भोपा व युसुफपुर गाँवों में डेढ दर्जन से अधिक परिवारों पर बारिश ने भारी कहर बरापाया। तेज बरसात के कारण इन लोगों के घर उजड़ गये थे जिसके बाद ये लोग छप्पर में रहने को मजबूर है। 

खण्ड विकास अधिकारी मोरना की लापरवाही भी इन लोगों के लिये परेशानी का सबब बनी है। आरोप है कि अधिकारी ने प्रभावित लोगों से संबंधित कोई रिपोर्ट शासन को नहीं दी, जिस कार इन तक कोई मदद नहीं पहुंच सकी है। 

भोपा व युसुफपुर गाँवों में डेढ दर्जन से अधिक परिवार बारिश के बीच पक्का मकान न होने की सूरत में छप्पर डालकर बारिश की टपकती बूंदों के बीच जीवन गुज़ारने को मजबूर हैं। ग्राम युसुफपुर की माया पत्नी करनपाल कश्यप, अमरेश पत्नी लीलाराम कश्यप का कच्चा गिर जाने से गरीब परिवार अस्थाई तम्बू बना कर उसके नीचे रह रहा है।
भोपा स्थित नई बस्ती की वार्ड सदस्या ने बताया कि बस्ती के दर्जनों कच्चे मकानों को बनवाने के लिये वह वर्षों से प्रयासरत हैं किन्तु ग्राम सचिव व BDO की लापरवाही के चलते निराशा ही हाथ लगी है।










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