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महराजगंज: पूर्व प्रधान प्रतिनिधि की हत्या का मुख्य सूत्रधार भी चढ़ा पुलिस के हत्थे, जाने क्यों मारी थी गोली

जिले में लगभग डेढ़ माह पूर्व प्रधान प्रतिनिधि की गोली मारकर हत्या करने के मामले का पुलिस ने पूरी तरह से खुलासा कर लिया है। फरार होने के प्रयासों में जुटे एक अन्य आरोपी और हत्या के मुख्य सूत्रधार को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस स्पेशल रिपोर्ट में पढ़ें कैसे रची गयी हत्या की साजिश..
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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महराजगंज: पूर्व प्रधान प्रतिनिधि की हत्या का मुख्य सूत्रधार भी चढ़ा पुलिस के हत्थे, जाने क्यों मारी थी गोली

महराजगंज: करीब डेढ़ महीने की जद्दोजहद के बाद पनियरा पुलिस ने आखिरकार पूर्व प्रधान प्रतिनिधि की गोली मारकर हत्या करने के मामले में एक अन्य आरोपी और हत्या के मुख्य साजिशकर्ता को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस आरोपी को तेजी से तलाश कर रही थी। पुलिस इस मामले में पहले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। 

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गौरतलब है कि डेढ़ माह पहले 24 जुलाई की रात पनियरा के गोनहा गाँव के पूर्व प्रधान प्रतिनिधि तेज प्रताप यादव पुत्र भगवती यादव को कुछ लोगों ने गोली मार दी गयी थी। गंभीर रूप से घायल तेज प्रताप की 26 जुलाई को इलाज के दौरान गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मौत हो गयी थी।

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मृतक की पत्नी गीता देवी की तहरीर पर पुलिस द्वारा अपराध संख्या 189/2018 धारा 307 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया था। मौत के बाद धारा 302, 120 बी 34 बढ़ा दी गयी थी। 

इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह ने अपर पुलिस अधीक्षक के प्रयर्वेक्षण में सीओ सदर के नेतृत्व में टीम गठित की थी। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों की पहले ही गिरफ़्तारी कर ली थी। पुलिस ने अब इस मामले हत्या के सूत्रधार सोनू सिंह पुत्र उमाशंकर सिंह को भी गिरप्तार कर लिया है।

घटना के पीछे यह थी साजिश

पुलिस के मुताबिक इस मामले में गिरफ्तार साजिशकर्ता सोनू सिंह पुत्र उमाशंकर सिंह निवासी गोनहा थाना पनियरा अवैध लकड़ी कटान का कारोबार करता था। मृतक ने वन विभाग से मिलकर सोनू सिंह को एक बार पकड़वाया था। तभी से दोनों में विवाद चल रहा था। सोनू ने शिवम, रजनीश व आकाश के जरिये हत्या की घटना को अंजाम दिलाया। शिवम, रजनीश व आकाश की गिरफ़्तारी पहले ही हो चुकी थी। पुलिस ने सोनू सिंह को उसके घर से तब दबोचा जब वह अपनी चल संपति हटाकर कही फ़रार होने की फ़िराक में था। 
 

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