UP Bypoll Results: मैनपुरी, रामपुर और खतौली उपचुनाव के नतीजे कल, मतगणना के लिये सुरक्षा के कड़े इंतजाम, जानिये ये समीकरण

उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट और रामपुर और खतौली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे कल सामने आ जाएंगे। मतगणना के लिये सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Updated : 7 December 2022, 5:30 PM IST
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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण खालू हुई उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट के साथ ही रामपुर और खतौली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कल वोटों की गिनती होनी है। कल ही चुनाव नतीजे भी सामने आ जाएंगे। यूपी की इन तीनों सीटों पर कल होने वाली मतगणना के लिये सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं।

मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने यहां से कभी मुलायम सिंह के शिष्य कहे जाने वाले रघुराज सिंह शाक्य को टिकट दिया है। 

मैनपुरी सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती है, इसलिए समाजवादी पार्टी के लिए ये सीट प्रतिष्ठा की ऐसी लड़ाई बन गई है, जिस पर न सिर्फ उत्तर प्रदेश की, बल्कि पूरे देशभर की निगाहें टिकी हुईं हैं। 

पिछली बार 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में मैनपुरी सीट से सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने चुनाव लड़ा था। मुलायम ने तब ऐलान किया था कि यह उनका आखिरी चुनाव है।  तब मुलायम सिंह यादव को 524926 जबकि उनके प्रतिद्वंदी प्रेम सिंह शाक्य ने 430537 वोट हासिल किए। मुलायम सिंह तब महज 94389 वोटों से ये चुनाव जीते थे। 

इस बार मैनपुरी सीट पर कुल आठ उम्मीदवार मैदान में है, जिनमें दो निर्दलीय है। कांग्रेस और बसपा ने यहां कोई उम्मीदावरा खड़ा नहीं किया है। भाजपा ने रघुराज सिंह शाक्य को अपना उम्मीदावर बनाया है। यहां सपा और भाजपा में सीधी टक्कर बतायी जा रही है। मैनपुरी में कुल 17,46,895 मतदाता है, जिनमें महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा है, जो चुनाव में खड़े प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।

रामपुर विधानसभा सीट
सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान की विधानसभा सदस्यता रद्द हे के बाद खाली हुई रामपुर सीट पर भी भाजपा और सपा में सीधी टक्कर बतायी जा रही है। रामपुर को आजम खान का गढ़ माना जाता है लेकिन पिछले कुछ समय से आजम खान पर लगातार कानूनी शिकंजा कसा हुआ है, जो उनके लिये नकारात्मक बना हुआ है।

खतौली विधानसभा
खतौली विधानसभा उपचुनाव में भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर है। मुजफ्फरनगर दंगे से जुड़े केस में सजा होने के बाद विक्रम सैनी की सदस्यता रद्द हो गई थी। जिसके बाद खतौली सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं।

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