महराजगंज: राजस्वकर्मी की हैरान करने वाली करतूत, पट्टीदारो के बहकावे में आकर कर डाली फर्जी वसीयत, जानें पूरा मामला
नवासा शादी के दौरान जब ससुर ने दामाद को अपनी मर्जी से संपत्ति लिखा तो पट्टीदारो के बहकावे में आकर तहसील प्रशासन ने पट्टीदार के नाम से फर्जी वसीहत करा कर खतौनी में नाम चढवा दिया। अब पीड़ित दर-दर भटकने को मजबूर है। डाइनामाइट न्यूज़ पर जानिए पूरी खबर
महराजगंज: जनपद के सदर तहसील से एक हैराने करने वाली खबर सामने आई है। दरअसल सदर तहसील के चौमुखा निवासी अलगू के पूत्र शिव ने मुख्यमंत्री को शिकायत पत्र दिया है। जिसमें उन्होंने बताया है कि उनकी शादी नवासा हुई है और उनके ससुर ने मरने से पहले अपनी सारी संपत्ति अपने दमाद (शिव) के नाम पर रजिस्ट्री बैनामा की थी।
शिकायतकर्ता ने बताया कि 22 जुलाई 1999 को उनके ससुर ने अपनी संपत्ति अपने शिव के नाम पर रजिस्ट्री बैनामा की थी, लेकिन आज 24 साल बाद भी संपत्ति का ख़ारिज दाखिल अभी कोर्ट में विचाराधीन है।
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शिकायतकर्ता का आरोप है कि उनके ससुर के पट्टीदारो ने राजस्वकर्मियों बहका कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सारी संपत्ति पट्टीदार मति पुत्र रामू के नाम वरासत करा कर खतौनी में चढ़वा दी है। इसके बाद ये सभी लोग पीड़ित पर दबाव डाल कर जमींन को खाली करने डरा-धमका रहे हैं।
जिम्मेदार राजस्वकर्मी के इस फर्जीवाड़े से हर कोई हैरान है।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह वाक्या कुछ ही महीनों पहले का है।
वहीं हर जगह से निराश हो कर पीड़ित ने प्रदेश के मुखमंत्री से न्याय की गुहार लगई है।