Site icon Hindi Dynamite News

महराजगंज: नुक्‍कड़ों पर चाय की दुकानों में लगाए जा रहे जीत हार के कयास, अपने-अपने नेताओं को जीता रहे हैं कार्यकर्ता

जिले की महराजगंज लोकसभा सीट पर जीत हार की राजनीतिक चर्चाओं का दौर चाय की दुकानों पर सिमट आया है। हर नुक्‍कड़ पर चाय की दुकानों पर लोग अपने-अपने नेता को जीता हरा रहे हैं। हालांकि असली परिणाम तो 23 मई को आने वाले हैं।
Post Published By: डीएन ब्यूरो
Published:
महराजगंज: नुक्‍कड़ों पर चाय की दुकानों में लगाए जा रहे जीत हार के कयास, अपने-अपने नेताओं को जीता रहे हैं कार्यकर्ता

पनियरा (महराजगंज): लोकसभा चुनाव 2019 का मतदान 19 मई को पूरा हो गया है। उसके बाद से राजनीतिक दलों के नेता, कार्यकर्ता और आमजन सभी को 23 मई का बेसब्री से इंतजार है। चुनाव प्रचार में जुटे लोग अब चौराहों और नुक्‍कड़ों पर चाय की चुस्कियों के साथ आंकाड़ों की गुणा गणित बिठाकर अपने पसंदीदा नेता को जीताने में लगे हैं। 

यह भी पढ़ें: इवीएम मशीनों के बदले जाने की खबरों के बीच चुनाव आयोग पहुंचा सपा प्रतिनिधिमंडल

गौरतलब है कि डायनामाइट न्‍यूज़ के इंटरव्यू में महाराजगंज के भाजपा सांसद पंकज चौधरी, गठबंधन प्रत्याशी कुंवर अखिलेश सिंह और कांग्रेस की प्रत्याशी सुप्रिया सिंह ने अपने अपने जीत के दावे किए थे। हालांकि इस सबसे अलग आमजन की राय क्‍या है बेहद ही मिली जुली है। 

महराजगंज की एक चाय की दुकान पर बैठे लोगों से डाइनामाइट न्‍यूज़ ने खास बातचीत की। सत्‍ता का ऊंट किस करवट बैठेगा इसको जानने की कोशिश की।

यह भी पढ़ें: अनुशासनहीनता के आरोप में बसपा सुप्रीमो ने रामवीर उपाध्‍याय को पार्टी से किया निलंबित

एक्जिट पोल पर कुछ लोगों का विश्‍वास है वहीं कुछ लोग इसे प्रायोजित बता रहे हैं। वहीं लोग गठबंधन की सरकार बनने की बात जोर-शोर से कह रहे हैं। वहीं भाजपा के जीतने के बारे में पूछने पर कई लोगों ने कहा कि गठबंधन सरकार बनेगी और मायावती ही प्रधानमंत्री बनेंगी।

यह भी पढ़ें: मतदान के बाद भाजपा प्रत्याशी पंकज चौधरी का पहला बयान डाइनामाइट न्यूज़ पर, कहा- 'गठबंधन की खुल गयी है गांठ.. जीतूंगा भारी मतों से'

वहीं एक दूसरे चाय पी रहे व्‍यक्ति से भाजपा के जीतने के सवाल पर उनका जवाब था कि मोदी की पिछले बार लहर थी वहीं इस बार सुनामी चल रही है। साथ ही एक्जिट पोल पूरी तरह से सही है 2017 में भी एक्जिट पोल  सही साबित हुए थे। एक अन्‍य ने कहा कि गठबंधन की ही सरकार बनेगी और प्रधानमंत्री लोग आपस में मिल-जुलकर तय करेंगे। 

इस प्रकार कहा जा सकता है चाय की दुकानों पर चाय के साथ चुनाव का पूरा विश्‍लेषण मतदाता और कार्यकर्ता कर रहे हैं। हालांकि जीत हार का पता तो 23 को ही चलेगा। 

Exit mobile version