महराजगंज: केएमसी बना विवादों का हॉस्पिटल, मरीज की मौत, डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

केएमसी डिजिटल हॉस्पिटल में मरीज के इलाज में डॉक्टरों की एक बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। इलाज में कोताही बरतने पर एक व्यक्ति की मौत हो गयी। इस मामले में पांच दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आगे की तफ्तीश जारी है।

Updated : 5 January 2018, 1:43 PM IST
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महराजगंज: जिले के केएमसी डिजिटल हॉस्पिटल में मरीज के इलाज में डॉक्टरों की एक बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। इस हॉस्पिटल में इलाज में कोताही बरतने पर एक व्यक्ति की मौत हो गयी है। मृतक के परिजनों ने दोषी डॉक्टरों के खिलाफ सदर कोतवाली में शिकायत दर्ज करायी है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने इलाज कर रहे मुख्य डॉक्टर राजेश भल्ला व पांच अज्ञात के खिलाफ धारा 304 (A) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

अस्पताल पहुंच जांच में जुटी पुलिस

 

जानकारी के मुताबिक बसन्तपुर, कैम्पियरगंज के रहने वाले और सिद्धार्थनगर के अभियोजन कार्यालय में तैनात सिपाही दीनानाथ साहनी ने पिछले महीने के 22 दिसम्बर को अपने पिता लालू प्रसाद को महराजगंज के केएमसी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनके पिता का कुल्हे का इलाज चल रहा था। उनका इलाज डॉक्टर राजेश भल्ला कर रहे थे। लम्बे चेकअप के बाद 4 जनवरी को डॉक्टर राजेश भल्ला ने पीड़ित के परिजनों को बताया कि दिल्ली से आई टीम ने लालू प्रसाद का आपरेशन किया। ऑपरेशन के दौरान मरीज की हार्ट अटैक से मौत हो गयी।  

विवादों का अस्पताल बना केएमसी डिजिटल हॉस्पिटल

 

दीनानाथ साहनी का कहना है कि हास्पिटल प्रशासन और डॉक्टर उनके पिता को चेकअप के बाद आपरेशन थियेटर में ले गए। उन्हें कोई परेशानी नहीं थी। इसलिये हार्ट अटैक होने का कोई चांस नहीं है। इलाज में डाक्टरों ने लापरवाही बरती, जिससे उनके पिता लालू प्रसाद की मौत हो गई। 

डाक्टरों से बातचीत करते पुलिस अधिकारी

डॉक्टरों की इस करतूत पर अस्पताल प्रबंधन से बातचीत करने की कोशिश की लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया ।

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