महराजगंज: छठ महापर्व के अंतिम दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देकर महिलाओं ने खोला उपवास, भगवान भास्कर के दर्शन से खिले चेहरे, उमड़ा आस्था के सैलाब

छठ महापर्व के अंतिम दिन गुरुवार को उदयाचलगामी सूर्य के दर्शन के लिए सिसवा कस्बे में स्थित रामजानकी मंदिर व पोखरा टोला घाट के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 11 November 2021, 10:47 AM IST
google-preferred

महराजगंज: छठ महापर्व के अंतिम दिन गुरुवार को उदयाचलगामी सूर्य के दर्शन के लिए सिसवा कस्बे में स्थित रामजानकी मंदिर व पोखरा टोला घाट के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस मौके पर महिलाओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपना उपवास खोला। इस अवसर पर छठ घाटों पर आस्था के सैलाब उमड़ पड़ा। सूर्य के दर्शन कर व्रती महिलाओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर 36 घंटे का निर्जला उपवास खोला। जबकि नगर व ग्रामीणों क्षेत्र के घाट छठ गीतों से गूंजते रहे।

चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत सोमवार को नहाय खाय से हुई थी। दूसरे दिन व्रती महिलाओं ने खरना किया। उसके बाद बुधवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया और शाम को विधि-विधान से पूजन अर्चन कर छठव्रती महिलाओं ने मंगलकामना के लिए घर में कोसिया भरकर छठ गीत गुनगुनाते दिखे।

छठ महापर्व के अंतिम दिन गुरुवार की सुबह भक्तों का रेला सिसवा कस्बे में स्थित रामजानकी मंदिर व पोखरा टोला के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रो के घाटों पर श्रद्धालुओं का भीड़ उमड़ पड़ा। घर से ढोल, नगाड़े के साथ छठ माता के भक्त थिरकते हुए घाट तक सिर पर प्रसाद का दउरा व कंधे पर गन्ना लेकर पहुंचे। और प्रसाद वाले दउरा, डलिया, सूप को लेकर भगवान भाष्कर के निकलने का इंतजार करने लगे। इस दौरान छठ व्रती महिलाओं व श्रद्धालुओं ने भगवान से उगने की प्रार्थना करते हुए केलवा के पात पर उगेलन सूरूज देव... समेत तमाम गीत गुनगुनाए।

भगवान भाष्कर के उदय होते ही श्रद्धालुओं और महिलाओं के चेहरे खिल गए। उगते सूर्य को दूध और जल से अर्घ्य देकर मंगल कामना की।उसके बाद भगवान भाष्कर और छठ माता से मंगल आशीष मांग व्रती महिलाओं ने ठेकुआ खाकर अपने 36 घंटे का निर्जला उपवास खोला। 

छठ महापर्व के अंतिम दिन गुरुवार की सुबह भक्तों को प्रसाद वितरित करने के लिए सिसवा कस्बे में स्थित रामजानकी मंदिर व पोखरा टोला छठ घाट पर व्रती महिलाओं के लिए चाय व चना की स्टाल लगाकर व्यवस्था की गयी। जिसमें साजन जायसवाल, दीपू जायसवाल, गोलू विश्वकर्मा, परमेश रौनियार, सचिन  रौनियार, कन्हैया राव, आंनद रावत,गोरख मद्धेशिया, आशिष रावत, प्रदीप रावत, लक्ष्मण मद्धेशिया, उमा जायसवाल, जितेंद्र वर्मा, विकास बरनवाल, हिमांशु राज गुप्ता, सचिन रौनियार,सुनील रौनियार आदि लोग मौजूद रहे।

छठ महापर्व के अंतिम दिन गुरुवार को सिसवा कस्बे में स्थित रामजानकी मंदिर छठ घाट पर निरिक्षण करने पहुचे निचलौल एसडीएम सत्य प्रकाश मिश्रा व क्षेत्रधिकारी डीके उपाध्याय ने घाट पर महिलाओं द्वारा ठेकुआ व सेव प्रसाद ग्रहण कर मंगलकामना की। और कहा कि छठ पर्व लोक आस्था का महापर्व है।

No related posts found.