महराजगंज: चुनाव पर अड़े छात्र.. प्राचार्य और पुलिस से भिड़े, उग्र हंगामे के बाद भारी सुरक्षा

डीएन संवाददाता

जवाहर लाल नेहरु पीजी कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव न कराने के महाविद्यालय प्रशासन के एकतरफा निर्णय के बाद छात्रों का गुस्सा फुट पड़ा है। आज छात्रों ने जमकर हंगामा किया और साफ कहा कि यदि लोकतंत्र की हत्या की गयी तो वे उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे।



महराजगंज: जवाहर लाल नेहरु पीजी कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगाने से गुस्साये छात्रों ने आज कॉलेज में जमकर हंगामा किया और प्राचार्य पीसी पटेल समेत पुलिस के साथ उलझ गये। बढ़ते हंगामे के चलते कॉलेज में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है। छात्रों का रोष और हंगामा अब भी चरम पर है। छात्रों ने कॉलेज प्रशासन को एक सप्ताह के अंदर चुनाव न कराने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है।

 

 

छात्रों का आरोप, प्राचार्य नहीं चाहते छात्र संघ चुनाव

छात्रों का आरोप है कि छात्र संघ चुनाव को लेकर प्राचार्य पीसी पटेल ने भी मौन साधे हए हैं। जिससे साफ जाहिर होता है कि प्राचार्य भी छात्रसंघ चुनाव नहीं कराना चाहते हैं। छात्रों ने प्राचार्य से इस्तीफा देने की मांग करते हुए कहा कि यदि वो चुनाव नहीं करा सकते हैं तो उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

चुनाव के लिये कॉलेज ने लिया शुल्क

यह भी पढ़ें | महराजगंज: छात्र संघ चुनाव रद्द होने से छात्रों में भारी आक्रोश, दूसरे दिन दिया धरना

छात्रों का कहना है कि चुनाव के लिये कॉलेज प्रशासन ने शुल्क के रूप में उनसे 85 रूपये भी जमा किराये है लेकिन अब चुनाव न करवाकर मनमानी पर उतारू हो गया है। 

प्राचार्य से वार्ता करते छात्र

 

अकेले पड़े प्रचार्य

प्राचार्य पीसी पटेल का कहना है कि चुनाव को लेकर कोई भी अधिकारी उनका साथ नहीं दे रहा है ऐसी स्थिति में वे कैसे अकेले चुनाव करवा सकते हैं। 

एक हफ्ते का समय

छात्रों ने कॉलेज प्रशासन को चुनाव कराने के लिये एक हफ्ते का समय दिया है और चुनाव न होने की स्थिति में आंदोलन की धमकी दी है।

यह भी पढ़ें | महराजगंजःएएसपी आशुतोष शुक्ला ने पुलिस बल के साथ पूजा पंडालों का किया निरीक्षण, सुरक्षा रहेगी कड़ी

कालेज के बाहर भी पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था

छात्रों ने सांसद से भी लगायी गुहार

छात्र अपनी लड़ाई लोकतांत्रिक तरीके से लड़ रहे हैं। छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगी रोक हटाने के लिये कॉलेज के छात्रों ने गत दिवस सांसद पंकज चौधरी से मिलकर भी गुहार लगायी थी। यही नही छात्रों ने डीएम से मिल अपनी बात रखी थी।

कही 11 दिसंबर 1998 की न हो जाये पुनरावृत्ति

डाइनामाइट न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक अब से 19 साल पहले 11 दिसबंर 1998 को इसी तरह के मामले को लेकर छात्रों और प्रशासन के बीच जमकर हिंसक भिड़ंत हुई थी व घंटो पथराव हुआ था।। जिसमें सीओ रामबोध सहित कई पुलिस वाले बुरी तरह पीटे गये थे। कई वाहनों में आग लगा दी गयी थी और शहर भर में जमकर हिंसक बवाल हुआ था। संयोग से यह भी दिसंबर का ही महीना है। ऐसे में महाविद्यालय प्रशासन को सूझ-बूझ का परिचय देते हुए कोई ठोस नतीजा छात्रों के हिसाब से निकालना होगा।

अंदरुनी खबर हो सकते हैं चुनाव

पुख्ता सूत्रों ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया है कि छात्रों के उग्र रुख को देखते हुए कालेज प्रशासन ने नरम रुख अख्तियार करने का मन बना लिया है और काफी हद तक संभव है कुछ ही देर में चुनाव कराने के बारे में एक स्पष्ट निर्णय ले लिया जाय। इस बारे में जैसे ही कोई अधिकृत निर्णय लिया जायेगा डाइनामाइट न्यूज़ पर इसका ऐलान तत्काल किया जायेगा।
 










संबंधित समाचार