लखनऊ: जानवरों को भी जीवन जीने का अधिकार: मेनका गांधी

डीएन संवाददाता

राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने लोगों से बेजुबान जानवरों की अपील करते हुए कहा कि जानवर बचेंगे तो ही देश बचेगा। उन्होंने कहा कि गिद्धों की संख्या बढ़ाने के लिए भारत सरकार की ओर से पिंजौर में एक ब्रीडिंग सेंटर खोला गया है।

कार्यक्रम को संबोधित करती मेनका गांधी
कार्यक्रम को संबोधित करती मेनका गांधी


लखनऊ: राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने बेजुबान जानवरों की मदद के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बेजुबान जानवरों को भी जीवन जीने का अधिकार है। इस मौके पर ध्यान फाउंडेशन के संस्थापक स्वामी अश्वनी, चर्चित वास्तुविद जय मदान, थिएटर कलाकार गौरव चोपड़ा समेत कई हस्तियां मौजूद रहीं।

केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि उन्हें बेजुबान जानवरों से बेहद लगाव है। जानवरों को बचाने के लिए समाज से केवल 1 या 2 लोगों के साथ आने भर से काम नहीं चलेगा, बल्कि इसके लिए व्यापक जन समूह का समर्थन होना जरूरी है। तभी उन्हें बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा की हमारी संस्था जानवरों को नहीं बचाती है, बल्कि जानवर हमें बचाते हैं।

केंद्रीय मंत्री ने गिद्धों का उदाहरण देते हुए बताया की आज हमारे देश से गिद्ध लुप्त प्राय हो चुके हैं। जिसकी वजह से मरे हुए जानवरों के कारण जगह-जगह सड़ांध और दुर्गंध फैलती है। वही जिसकी वजह से कई लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। उन्होंने बताया की गिद्धों की संख्या बढ़ाने के लिए भारत सरकार की ओर से पिंजौर में एक ब्रीडिंग सेंटर खोला गया है। जिसमें मौजूद गिद्धों की तादाद मात्र 16 है। इसी प्रकार काकरोच-कुत्ते हमारे खाद्य श्रृंखला की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। यदि ये खाद्य श्रंखला से गायब हो जाएंगे तो हमारे देश को लोगों के स्वास्थ्य पर करोड़ों-अरबों रुपए खर्च करने पड़ेंगे। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से जानवरों को न मारने और उनके साथ हमदर्दी दिखाने की भी अपील की।
 










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