UP CM योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन पर युवाओं ने मनाया ‘यूपी बेरोजगार दिवस’, मांगा रोजगार

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन पर राज्य के कुछ युवाओं ने आज यूपी बेरोजगार दिवस’ का आयोजन किया। यह आयोजन 'युवा हल्ला बोल' की तरफ से किया गया था।

सोशल मीडिया पर युवाओं ने खोला मोर्चा
सोशल मीडिया पर युवाओं ने खोला मोर्चा


लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन को राज्य के कुछ युवाओं ने "यूपी बेरोजगार दिवस" के रूप में मनाया और राज्य में रोजगार की चिंताजनक स्थिति को लेकर चर्चा की। 'युवा हल्ला बोल'  की ओर से आयोजित  यूपी बेरोजगार दिवस" के कैंपेन में युवाओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। युवाओं की यह मुहिम "यूपी बेरोजगार दिवस" के हैश टेग के साथ ट्वीटर पर लगातार ट्रेंड करता रहा।

इस मौके पर 'युवा हल्ला बोल' के संस्थापक और युवा नेता अनुपम ने चेताया कि रोजगार के नाम पर छलावे और सरकारी झूठ को युवा अब और बर्दाश्त नहीं करेगा। अनुपम ने कहा कि झूठे प्रचार की जगह सच्चे रोजगार पर सरकार काम करे वरना बेरोजगार युवाओं का आक्रोश भारी पड़ेगा।

युवाओं की यह "यूपी बेरोजगार दिवस" हैश टेग के साथ ट्वीटर पर लगातार ट्रेंड करता रहा। इश हैश टेग के साथ उत्तर प्रदेश में बेरोज़गारी की हालत पर जहां सोशल मीडिया पर चर्चा की गई वहीं मुख्यमंत्री से लोगों ने रोजगार को लेकर किये दये उनके वादे भी याद कराए। युवाओं ने सरकार पर कई गंभीर सवाल भी उठे।  

'युवा हल्ला बोल' के राष्ट्रीय समन्वयक गोविंद मिश्रा ने कहा कि एक बार फिर युवाओं ने आईटी सेल के झूठ को पछाड़ कर अपनी आवाज़ बुलंद कर दी है। "यूपी बेरोज़गार दिवस" पर हुए लाखों ट्वीट को गोविंद ने बेरोज़गार युवाओं में व्याप्त आक्रोश का परिणाम बताया। यदि सरकार अब भी रोजगार के अवसरों और सरकारी भर्तियों पर ध्यान नहीं देती तो युवाओं का यह असंतोष आंदोलन की शक्ल लेगा।

गोविंद ने याद दिलाया कि इन्हीं सवालों पर बीते 24 मार्च को इलाहाबाद में 'युवा हल्ला बोल' अध्यक्ष अनुपम के नेतृत्व में ज़ोरदार 'युवा महापंचायत' का आयोजन हुआ था। रोज़गार के मुद्दे को राजनीतिक विमर्श के केंद्र में लाने के लिए युवा महापंचायतों का सिलसिला आगे बढ़ाते हुए देश के कई शहरों में आयोजित किया जाएगा।

'युवा हल्ला बोल' के उत्तर प्रदेश प्रभारी रजत यादव ने 'बेरोज़गार दिवस' मुहिम में हिस्सा लेने वालों को बधाई दी। रजत ने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों समेत उन शिक्षकों का भी धन्यवाद किया जिनके सहयोग से सरकारों पर दबाव बन पा रहा है। 

गोविंद मिश्रा ने बताया कि यूपीएसएसएससी की कई भर्तियां वर्षों से पूरी नहीं हुई हैं और सवाल पूछने पर उचित जवाब नहीं दिया जाता। एक तरफ सरकार जवाबदेही से भागती है तो दूसरी तरफ बार बार झूठे दावे किए जाते हैं। जनता के पैसे से ही जनता को गुमराह करने की घटिया सरकारी कोशिश हो रही है। 










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