

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल के उस बयान का समर्थन किया है , और उन्होने साफ कह दिया है कि वह भाजपा के किसा भी कार्यक्रम में नही शामिल होंगी। डाइनामाइट न्यूज की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..
लखनऊ: एनडीए में लोकसभा चुनाव को देखते हुए खींचतान का दौर जारी है। भारतीय जनता पार्टी पर लगातार उसकी सहयोगी पार्टियां कई मुद्दों को लेकर प्रेशर बनाती दिख रही है। हाल में हुए 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी पर उसके सहयोगियों का दबाव बढ़ता जा रहा है। अब केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (एस) भी एलजेपी की ही रणनीति अपना रही है। अनुप्रिया पटेल ने गुरुवार को अपना दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के उस बयान का समर्थन किया और उन्होने साफ कहा कि अब वह भाजपा के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।
Anupriya Patel, Union Minister and Apna Dal leader on party president Ashish Patel's statement 'BJP should learn from recent losses. SP-BSP alliance is a challenge for us': My party president has already expressed the party's view and I stand by it pic.twitter.com/u5DQEBIOV0
— ANI (@ANI) December 27, 2018
अपना दल अध्यक्ष आशीष पटेल के बयान पर केंद्रीय मंत्री तथा अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल ने कहा- भाजपा को हालिया पराजयों से सबक सीखना चाहिए। सपा-बसपा गठबंधन हमारे लिए चुनौती है, मेरी पार्टी के अध्यक्ष पार्टी का विचार व्यक्त कर चुके हैं, और मैं उससे सहमत हूं।
गौरतलब है कि अपना दल (एस) के प्रमुख आशीष पटेल ने मंगलवार को कहा था राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे हिंदी भाषी राज्यों में बीजेपी की हार चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि राज्यों में हुई हार के मुद्दे पर बीजेपी नेतृत्व को चिंतन करने की आवश्यकता है। आशीष ने यह भी कहा कि एनडीए में शामिल दलों के नेता और कार्यकर्ता निराश और हताश हो गए है और सहयोगी दल के जनप्रतिनिधियों को उचित सम्मान नहीं मिल रहा है। ऐसे में अगर पार्टी के प्रदेश नेतृत्व का यही रवैया रहा तो एनडीए को यूपी में सर्वाधिक क्षति हो सकती है।