

लखनऊ मेडिकल कालेज से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल मेडिकल कॉलेज के ही 19 रेजिडेंट डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज के 2 प्रोफेसरों पर उनका उत्पीड़न करने, उनसे घर का काम कराने और धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया है।
लखनऊ मेडिकल कालेज से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल मेडिकल कॉलेज के ही 19 रेजिडेंट डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज के 2 प्रोफेसरों पर उनका उत्पीड़न करने, उनसे घर का काम कराने और धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया है।
लखनऊ: राजधानी के केजीएमयू में यूरोलॉजी के 19 रेजिडेंट डॉक्टरों ने 2 प्रोफेसरों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। डॉक्टरों का आरोप है कि उनसे घर का काम करवाने के साथ ही प्रोफेसरों ने उन्हें ड्राइवर बना रखा है। सिर्फ इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इसका विरोध करने पर उनके साथ अभद्रता, गाली-गलोज की जाती है साथ ही धमकी भी दी जाती हैं।
इस पूरे मामले में परेशान 19 रेजिडेंट डॉक्टरों ने केजीएमयू वीसी के साथ ही स्टूडेंट वेलफेयर और एचओडी यूरोलॉजी से लिखित शिकायत की है। अपने ऊपर लगे आरोपों के बारे में दोनों प्रोफेसर मीडिया से बात करने को तैयार नहीं हैं।
फ्री में दवा जुटाने के भी आरोप
रेजिडेंट डॉक्टरों का आरोप है कि प्रोफेसर विश्वजीत सिंह और डॉ. राहुल जनक सिन्हा ड्यूटी के वक्त तक उनसे अपने घरों के काम कराते हैं। इतना ही नहीं ड्राइवर की तरह परिवार और परिचितों को लाने-ले जाने को कहा जाता हैं। उन्होंने परिचितों को देखने, फ्री में दवा जुटाने के लिए भी आरोप लगाया है।
जांच कर दोषियों के खिलाफ होगी कार्यवाही
केजीएमयू के सीएमएस और यूरोलॉजी विभाग के हेड प्रोफेसर एसएन शंखवार ने कहा कि रेजिडेंट डॉक्टरों ने लिखित में शिकायत की है। इसके आधार पर दोनों प्रोफेसरों से जवाब मांगा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। इस विषय में जांच की जा रही है। जांच निष्कर्ष के बाद ही डॉक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जायेगी।
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