कुशीनगर: सैटेलाइट तस्वीरों में पराली जलाते कैद हुए तीन किसान, प्रशासन ने ठोका जुर्माना, पढ़ें पूरा अपडेट

डीएन संवाददाता

उत्तर प्रदेश समेत देश के कई हिस्से इस समय वायु प्रदूषण की चपेट में है। मनाही के बाद भी पराली जलाते पाये गये तीन किसानों पर जुर्माना ठोका गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

किसानों से पराली न जलाने की अपील
किसानों से पराली न जलाने की अपील


कुशीनगर: जनपद के कसया तहसील के ग्राम महासोन टप्पा भलुआ के तीन किसानों पर पराली जलाने के आरोप में जुर्माना लगाया गया। खास बात यह है कि प्रशासन ने सैटेलाइट के जरिये मिली तस्वीरों के बाद किसानों के खिलाफ ये कार्रवाई की। जिला कृषि विभाग ने किसानों ने पराली न जलाने के अपील की। 

डाइनामाइट न्यूज़ को जनपद के उप कृषि निदेशक आशीष कुमार ने बताया कि जनपद में पराली जलाना एक दंडनीय अपराध है। पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने के लिये प्रशासन के द्वारा दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई जारी है।

उन्होंने बताया कि शुक्रवार को कसया तहसील के ग्राम महासोन टप्पा भलुआ के तीन किसानों द्वारा पराली जलाने के बारे में सैटेलाइट से जानकारी मिली, जिसके बाद स्थलीय सत्यापन किया गया। सत्यापन में दोष सिद्ध होने पर उप जिलाधिकारी कसया द्वारा किसानों पर जुर्माना लगाने की कार्यवाही की गई। 

उप कृषि निदेशक ने जनपद के समस्त किसानों से अपील की है कि वे धान की फसल की कटाई के बाद फसल अवशेष को नहीं जलाए।

उन्होंने कहा कि पराली को सड़ने के लिए बायो डी-कंपोजर सभी राजकीय कृषि बीज भंडारों पर निःशुल्क उपलब्ध हैं। इसके अलावा प्रत्येक विकासखंड में कम से कम एक फार्म मशीनरी बैंक उपलब्ध है। जिससे यंत्र किराए पर लेकर किसान फसल अवशेषों का प्रबंध कर सकते हैं

उन्होंने कहा कि यंत्रों की सूची और विवरण कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों, राजकीय कृषि बीज भंडारों एवं कृषि विभाग के कार्यालयों से प्राप्त की जा सकती है।










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