पीएम मीटिंग विवाद पर ममता बनर्जी ने प्रेस वार्ता कर बोला करारा हमला, कहा- बंगाल की भलाई के लिए मोदी का पैर छुने को तैयार लेकिन अपमान नहीं करुंगी बर्दाश्त

यास चक्रवात से हुए नुकसान के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की समीक्षा बैठक में 30 मिनट लेट से पहुंचने के मामले पर बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने आज करारा जबाव दिया। पढिये डाइनामाइट न्यूज़ पर क्या बोलीं ममता बनर्जी

Updated : 29 May 2021, 3:56 PM IST
google-preferred

कोलकाता: यास चक्रवात के कारण हुए नुकसान के लिये पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की समीक्षा बैठक में सीएम ममता बनर्जी के 30 मिनट देर से पहुंचने और पीएम को इंतजार कराने का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। इस मामले को लेकर हो रही राजनीतिक टिप्पणियों के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को इस इंतजार पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कॉन्फ्रेंस कर विस्तार से देरी का कारण भी बताया और अपनी बातें भी रखी। ममता ने पीएम मोदी को 30 मिनट इंतजार कराने के आरोपों को गलत बताते हुए पलटवार किया कि पीएम मोदी ने उन्हें खुद देर करवाया।  

ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल की भलाई के लिए वह मोदी का पैर छुने को तैयार है लेकिन अपमान बर्दाश्त नहीं करुंगी। ममता ने कहा कि हर बार कोई सीएम ही पीएम को रिसीव करे, यह जरूरी नहीं है। कभी-कभी कुछ राजनीतिक तमाशे भी होते हैं। ममता ने साफ कहा कि उन्हें खुद वहां (पीएम की मीटिंग में) इंतजार करना पड़ा। सीएम ममता ने दावा किया कि जब हम सागर पहुंचे तो हमें सूचना मिली कि हमें 20 मिनट इंतजार करना होगा क्योंकि पीएम मोदी का हेलीकॉप्टर उतरना बाकी था।

ममता बनर्जी ने कहा कि हालांकि पीएम मोदी हमारे कार्यक्रम से पहले से ही वाकिफ थे, फिर भी हमें इंतजार करवाया गया। हमने हेलीपैड पर उनका इंतजार किया। इससे पहले हमारा विमान लैंड नहीं हुआ, हमें 15 मिनट हवा में रुकना पड़ा। लेकिन इस पर हमें कोई आपत्ति नहीं है, क्योंकि यह पीएम की सुरक्षा का मामला था।

ममता बनर्जी ने आगे कहा कि जब हम कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो पीएम मोदी वहां पहले से ही मौजूद थे। हमें पीएम को सम्मान देना था, इसलिए मैं अपने मुख्य सचिव के साथ वहां गई थी। मैंने अपने मुख्य सचिव को मेरे साथ चलने के लिए कहा क्योंकि वह हमारे प्रशासन के प्रमुख हैं।

ममता ने कहा कि जब हम मीटिंग स्थल पर पहुंचे तो हमें इंतजार करने के लिए कहा गया। मेरे सुरक्षा अधिकारी ने एसपीजी (पीएम के सुरक्षाकर्मी) से हमें एक मिनट के लिए पीएम को देखने की अनुमति देने के लिए कहा, लेकिन एसपीजी ने कहा कि हमें एक घंटे इंतजार करना होगा। 

ममता ने कहा कि मीटिंग में सरकार और केंद्रीय मंत्रियों को संशोधित सूची दी गई। फिर मैंने सोचा कि कुछ भी हो, चूंकि पीएम हमारे राज्य में आए हैं, हम उनसे शिष्टाचार से मिलें, इसलिए हम उनकी अनुमति से कमरे में गए। उन्हें कागज सौंपे और चली गए, क्योंकि मेरा शेड्यूल फिक्स था। उनकी अनुमति से हम गए, इसमें हमारा क्या दोष है? 

Published : 
  • 29 May 2021, 3:56 PM IST

Related News

No related posts found.