Health Exclusive: जानिये महराजगंज जिले के सरकारी अस्पताल में कैसे हो रहा है किडनी डायलिसिस का इलाज?
महराजगंज में किडनी की समस्याओं से जूझ रहे मरीजों के लिए सरकारी अस्पताल में डायलिसिस की सुविधाओं को लेकर पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की इस ग्राउड जीरो रिपोर्ट को
महराजगंज: जनपद में किडनी की समस्याओं से ग्रस्त लोगों की तादाद बढ़ने के साथ ही इसके निदान की दिशा में हुए काम के परिणाम सामने आने लगे हैं। डायलिसिस की सुविधाओं का जायजा लेने के लिए डाइनामाइट न्यूज़ टीम सरकारी अस्पताल पहुंची और वहां मौजूद मरीजों, उनके परिजनों समेत अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टरों से बातचीत की।
मरीजों के लिए नई उम्मीद
डाइनामाइट न्यूज की इस ग्राउंड रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आये उसके हर किसी के लिए एक नई उम्मीद कहा जा सकता है। अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों और क्षमता के अनुसार किडनी डायलिसिस के मरीजों का यहां यथा संभव इलाज किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें |
महाराजगंज: धानी में 20 सालों से पंचायत भवन में चल रहा राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल, मरीजों को भारी दिक्कत
दो शिफ्टों में सुविधाएं
मरीजों को दो शिफ्टों में संबंधित और जरूरी सुविधाएं दी जा रही है।अस्पताल में मौजूद स्टाफ ने बताया कि प्रत्येक दिन यहां 30 से 35 मरीजों का डायलिसिस किया जा रहा है।
समस्याओं के समाधान के प्रयास
यह भी पढ़ें |
महराजगंज: जिला अस्पताल में भिड़े डॉक्टर और काउंसलर, बंद कमरे में हुई हाथापाई, मची अफरा-तफरी, जानिये पूरा मामला
डाइनामाइट न्यूज से बात चीत के दौरान मौजूद डाक्टरों ने बताया की लगातार किडनी के मरीजों की बढ़ोतरी से कभी समस्याएं भी आती रहती है। लेकिन किसी तरह समाधान कर लिया जाता है। अधिकतर मरीज और परिजन अस्पताल में मिल रही सुविधाओं से संतुष्ट नजर आये।
आयुष्मान कार्ड न होना भी बड़ी समस्या
डाइनामाइट न्यूज़ से बातची में कुछ मरीजों ने बताया कि उनके पास आयुष्मान कार्ड नही है, जिस काण उनको इलाज में कठिनाइयां आ रही है। उन्होंने यह भी बताया की एक मरीज के इलाज में सरकारी अस्पताल की अपेक्षा बाहर बहुत खर्चे आते है। मरीजों ने बताया की बस आयुष्मान कार्ड नहीं होने पर ही इलाज में दिक्कत होती है। आयुष्मान कार्ड है तो सब ठीक-ठाक चलता है।