Know about Mallika Srinivasan: मिलिये निजी क्षेत्र से नियुक्त पहली PESB प्रमुख मल्लिका श्रीनिवासन से, जानें उनका सफर

टीएएफई की चेयरपर्सन एवं एमडी मल्लिका श्रीनिवासन को केंद्र सरकार ने सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) की अध्यक्ष नियुक्त किया है। पीईएसबी प्रमुख बनने वाली निजी क्षेत्र की वह पहली महिला हैं। डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट में जानिये उनके बारे में

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 2 April 2021, 1:25 PM IST
google-preferred

नई दिल्ली: ट्रैक्टर एंड फॉर्म इक्यूपमेंट (TAFE) लिमिटेड की चेयरमैन मल्लिका श्रीनिवासन को केंद्र सरकार ने सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) की अध्यक्ष नियुक्त किया है। देश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी निजी क्षेत्र के विशेषज्ञ को पीईएसबी के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया है। उनका कार्यकाल तीन साल या 65 वर्ष तक की उम्र के प्रभावी होगा।
डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये आखिर कौन हैं मल्लिका श्रीनिवासन। 

यह भी पढ़ें: New chairperson of PESB: निजी क्षेत्र की विशेषज्ञ को पहली बार पीईएसबी प्रमुख के रूप में मिली नियुक्ति

मल्लिका श्रीनिवासन की गिनती एशिया के टॉप बिजनेस वुमन में की जाती है और वह ट्रैक्टर एंड फॉर्म इक्यूपमेंट लिमिटेड की चैयरपर्सन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। उद्योग जगत में इनोवेशन के साथ एक खास मुकाम हासिल करने समेत उनके सराहनीय कार्यों के लिये सरकार द्वारा मल्लिका श्रीनिवासन को साल 2014 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

उन्हें 2012 में फोर्ब्स एशिया पत्रिका द्वारा एशिया की 50 पावरफुल वीमेन की सूचि में शामिल किया गया था। उन्हें कई सम्मान हासिल हो चुके हैं।

मल्लिका दक्षिण भारतीय उद्योगपति शिवशैलम की बड़ी बेटी हैं। साल 1986 में 27 साल की उम्र में ही वो टैफे से जुड़ गई थीं। टैफे में उन्होंने कई तरह की नई पॉलिसी को लागी कराया। उन्होंने कंपनी के कारोबार को 85 करोड़ रुपये से लेकर 160 करोड़ अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाया।
 
मल्लिका श्रीनिवासन के नेतृत्व में टैफे विश्व की टॉप ट्रैक्टर निर्माता कंपनियों के रूप में उभरकर सामने आई। साल 2005 में टैफे ने आयशर ट्रैक्टर्स के इंजन व गीयर्स के कारोबार को खरीद लिया। इस डील के बाद टैफे कंपनी दक्षिण भारत से निकलकर पूरे देश में छा गई। साथ ही ट्रैक्टर मार्केट में महिंद्रा के बाद दूसरे नंबर पर आ गई। मल्लिका की अगुवाई में उनकी कंपनी का कारोबार आज लगभग 67 देशों में पहुंच चुका है। 

Published : 

No related posts found.