प्रश्नपत्र लीक प्रकरण में सरगना को पकड़ना चाहिए: सचिन पायलट
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीक प्रकरण में अप्रत्यक्ष रूप से अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे मामलों में 'छोटी मोटी दलाली' करने वालों के बजाय 'सरगनाओं' को पकड़ा जाना चाहिए। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
जयपुर: राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीक प्रकरण में अप्रत्यक्ष रूप से अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे मामलों में 'छोटी मोटी दलाली' करने वालों के बजाय 'सरगनाओं' को पकड़ा जाना चाहिए।
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान पहला राज्य है जहां पर प्रश्नपत्र लीक करने वालों को कानून के दायरे में लेकर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
पायलट ने सोमवार को परबतसर (नागौर) में किसान सम्मेलन को संबोधित किया जिसमें राज्य सरकार में मंत्री हेमाराम, अनेक विधायक व बड़ी संख्या में युवा तथा किसान मौजूद थे। इसके साथ ही उन्होंने फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने की मांग भी केंद्र सरकार से की।
पायलट ने कहा,‘‘नौजवानों के भविष्य की चिंता हम सब लोगों को है। मैं सच बताता हूं कि जब मैं अखबार में पढ़ता हूं ...देखता हूं कि हमारे प्रदेश में कभी प्रश्नपत्र लीक हो गए, कभी परीक्षा रद्द हो गई तो मन आहत होता है। मन में पीड़ा होती है।’’
लाखों युवाओं द्वारा परीक्षाओं की तैयारी किए जाने का जिक्र करते हुए पायलट ने कहा कि गांव में जब गरीब नौजवान तैयारी करता है तो उसके माता-पिता व उसके परिवार को काफी परेशानियों और मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। वह दिन रात मेहनत करके किताबों के लिए पैसे जुटाते हैं।
उन्होंने कहा कि गांव का नौजवान विपरीत परिस्थितियों में पढ़ाई करके परीक्षा की तैयारी करता है, लेकिन जब ऐसा प्रकरण सामने आता है तो सच में मन बहुत आहत होता है।
बिना किसी का नाम लिए बिना पायलट ने कहा,‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि आने वाले समय में छोटी-मोटी दलाली करने वालों के बजाय जो सरगना हैं, जो इस तरह के काम को होने देते हैं वे पकडे जाएंगे।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस देश के नौजवान को उसकी मेहनत का सही फल नहीं मिलेगा, तो उसके विश्वास में कमी आएगी जो हमारे समाज, प्रदेश, हमारे देश के लिए अच्छा संकेत नहीं होगा।
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बाद में नागौर में संवाददाताओं से बातचीत में पायलट ने राज्य सरकार द्वारा पेपर लीक प्रकरणों पर लगाम लगाने के लिए पारित किए एक कानून की ओर इशार करते हुए कहा कि 'कानून हमने पारित किए हैं, सभी सेफगार्ड भी हैं लेकिन ये बार-बार हो रहा है ... इसका तो इलाज ढूंढना पड़ेगा।’’ इसके साथ ही पायलट ने कहा कि इसको लेकर सरकार सहित सभी चिंतित हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘ हम सभी चाहते हैं कि राजस्थान में हर विधानसभा चुनाव में सरकार बदलने की परिपाटी बदलनी होगी। हमारा ध्येय यही है कि हम पार्टी, सरकार व कार्यकर्ताओं को एकजुट रखें।’’
उन्होंने कहा कि पार्टी एकजुट है व मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है।
वहीं जयपुर में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान पहला राज्य है जहां पर प्रश्नपत्र लीक करने वालों को कानून के दायरे में लेकर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। गहलोत राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के कामकाज की समीक्षा के लिए यहां आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक के बाद जारी आधिकारिक बयान के अनुसार गहलोत ने अधिकारियों से कहा कि कि पेपर लीक में शामिल अपराधियों/आरोपियों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
वहीं खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से जब पायलट की टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में पायलट का कोई सुझाव होगा तो उनसे लेंगे।
खाचरियावास ने संवाददाताओं से कहा,‘‘पायलट किसी आरोपी का नाम बता देंगे तो हम उस को नहीं छोड़ेंगे। उनका कोई सुझाव होगा मानेंगे।’’
उल्लेखनीय है कि राजस्थान पुलिस ने दिसंबर में द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले में अब तक 37 अभ्यर्थियों समेत कुल 55 लोगों को गिरफ्तार किया है। दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए।
इस मामले में एक स्कूल के प्रधानाचार्य सुरेश बिश्नोई, एमबीबीएस छात्र भजनलाल और रायता राम चौधरी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी भूपेंद्र सारण व सुरेश ढाका अभी पकड़ से बाहर हैं।
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जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की प्रवर्तन शाखा ने सारण के जयपुर स्थित घर में किये गये अवैध निर्माण को शनिवार व रविवार को तोड़ दिया। इससे कुछ दिन पहले उस पांच मंजिला इमारत को गिरा दिया गया था, जिसमें आरोपी अपना कोचिंग सेंटर चलाता था।
नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने पेपर लीक की घटनाओं के खिलाफ मंगलवार को जयपुर में विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
परबतसर के किसान सम्मेलन में बड़ी संख्या में युवा व किसान मौजूद थे। पायलट ने अपने संबोधन में केंद्र सरकार से फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य का कानून बनाने की मांग की।
उन्होंने कहा,‘‘ अगर देश का किसान और नौजवान संगठित हो गया तो वह हर उस ताकत को ... जो तोड़ना चाहती है, अफवाह फैलाना चाहती और झूठ बोलकर सत्ता में आना चाहती है... उसे परास्त कर देगा।’’
पायलट ने कहा कि जाति, बिरादरी, धर्म, भाषा, प्रांत के नाम पर हो रही राजनीति के जहर को केवल दो कौमें ही तोड़ सकती हैं, एक है जवानी और दूसरी है किसानी।
यहां जारी बयान के अनुसार पायलट ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने तीन काले कृषि कानून बनाकर किसानों की कमर तोड़ने का काम किया पर किसानों ने आंदोलन कर सरकार को झुका दिया।
किसान सम्मेलन में राज्य सरकार के मंत्री हेमाराम चौधरी, परबतसर से विधायक रामनिवास गावड़िया, दांतारामगढ़ से विधायक वीरेंद्र सिंह चौधरी, लाडनूं से विधायक मुकेश भाकर भी मौजूद थे।
इससे पहले जयपुर से परबतसर जाते समय बगरू, पडासोली व दूदू अनेक जगह कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। पायलट ने खरनाल (नागौर) पहुंचकर लोक देवता श्री तेजाजी महाराज के दर्शन किए।