खरगोन बस हादसा: तेज रफ्तार और क्षमता से अधिक सवारी जानलेवा साबित हुई
खरगोन जिले के डोंगरगांव से मंगलवार सुबह लगभग 100 किलोमीटर दूर इंदौर के लिए रवाना लोगों के लिए बस की तेज गति और उसमें क्षमता से अधिक सवारियों का होना जानलेवा साबित हुआ।
भोपाल: खरगोन जिले के डोंगरगांव से मंगलवार सुबह लगभग 100 किलोमीटर दूर इंदौर के लिए रवाना लोगों के लिए बस की तेज गति और उसमें क्षमता से अधिक सवारियों का होना जानलेवा साबित हुआ।
चालक की लापरवाही के कारण कुछ दूर जाने के बाद तेज रफ्तार बस एक पुल की रेलिंग तोड़कर नीचे नदी के सूखे तल पर जा गिरी जिससे 24 यात्रियों की मौत हो गयी और 41 अन्य घायल हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने प्रदेश के एक मंत्री से कहा कि हादसे का कारण बस की तेज गति और उसमें क्षमता से अधिक सवारियों की मौजूदगी थी।
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अधिकारियों ने कहा कि बस सुबह करीब 8:40 बजे दसंगा पुल की रेलिंग तोड़कर डोंगरगांव के पास बोराड नदी के सूखे तल पर गिर गई।
जिले के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ “मैंने घायल यात्रियों से बात की, उन्होंने कहा कि बस की गति बहुत तेज थी। दूसरी बात यह है कि जिस बस में केवल 37 लोगों के बैठने की क्षमता थी उसमें 67 से अधिक यात्री यात्रा कर रहे थे। यह चालक और आरटीओ अधिकारियों की लापरवाही को दर्शाता है।”
हादसे में मरने वालों में चालक भी है। संतोष
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संतोष