ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय छात्र पर हमला किया

डीएन ब्यूरो

चरमपंथी तत्वों की गतिविधियों का विरोध करने पर ऑस्ट्रेलिया में 23 वर्षीय एक भारतीय छात्र को खालिस्तान समर्थकों ने लोहे की छड़ से पीटा। मीडिया में आयी एक खबर में शुक्रवार को यह जानकारी सामने आई।

भारतीय छात्र (फाइल)
भारतीय छात्र (फाइल)


मेलबर्न: चरमपंथी तत्वों की गतिविधियों का विरोध करने पर ऑस्ट्रेलिया में 23 वर्षीय एक भारतीय छात्र को खालिस्तान समर्थकों ने लोहे की छड़ से पीटा। मीडिया में आयी एक खबर में शुक्रवार को यह जानकारी सामने आई।

‘ऑस्ट्रेलिया टुडे न्यूज’ की खबर के मुताबिक, सिडनी के पश्चिमी उपनगर मेरीलैंड्स में छात्र को उस समय निशाना बनाया गया, जब वह सुबह किसी काम से निकला था। घटना के दौरान हमलावरों ने ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे भी लगाए।

पीड़ित छात्र के हवाले से कहा गया, ‘‘आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे करीब 4-5 खालिस्तान समर्थकों ने मुझ पर हमला किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जैसे ही मैं अपनी कार में बैठा, कुछ खालिस्तान समर्थक अचानक आ गए। उनमें से एक ने मेरे वाहन का बायीं ओर का दरवाजा खोला और मेरे चेहरे पर लोहे की छड़ से हमला कर दिया।’’

छात्र, जो चालक के रूप में भी काम करता है, ने कहा कि फिर उन्हें वाहन से बाहर खींच लिया गया और लोहे की छड़ से पीटा गया।

उन्होंने बताया कि दो हमलावरों ने हमले की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की। पीड़ित छात्र ने कहा, ‘‘वे लगातार ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगा रहे थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लगभग पांच मिनट तक चली घटना के बाद हमलावर यह कहते हुए फरार हो गए कि खालिस्तान मुद्दे का विरोध करने के लिए यह मेरे लिए एक सबक होना चाहिए।’’

खबर के मुताबिक, न्यू साउथ वेल्स (एनएसएफ) पुलिस को घटना के बारे में सूचित किया गया और भारतीय छात्र को सिर पर गंभीर चोटों के कारण वेस्टमीड अस्पताल ले जाया गया।

पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि रूपर्ट स्ट्रीट पर एक 23 वर्षीय युवक पर हमले की सूचना पुलिस को मिली थी।

मेरीलैंड्स के संसद सदस्य ने कहा, ‘‘हमारे स्थानीय समुदाय में उग्रवाद या किसी भी प्रकार की हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। मैंने इस घटना के संबंध में संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया है।’’

जनवरी में, तथाकथित ‘पंजाब स्वतंत्रता जनमत संग्रह’ के दौरान मेलबर्न में खालिस्तानी समर्थकों और भारत समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच दो बार झड़प हुई थी।

भारत ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार से खालिस्तानी अलगाववादियों की भारत विरोधी गतिविधियों और देश में हिंदू मंदिरों पर लगातार हो रहे हमलों पर अंकुश लगाने को कहा था।

 










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