भारतीय मूल के पत्रकार ने ब्रिटेन में स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के शोषण को उजागर किया
भारतीय मूल के एक ब्रिटिश पत्रकार ने उत्तर-पूर्व इंग्लैंड में बुजुर्गों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए संचालित होने वाले एक केंद्र में देखभाल कर्मियों के शोषण को उजागर किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लंदन: भारतीय मूल के एक ब्रिटिश पत्रकार ने उत्तर-पूर्व इंग्लैंड में बुजुर्गों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए संचालित होने वाले एक केंद्र में देखभाल कर्मियों के शोषण को उजागर किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक केरल से ताल्लुक रखने वाले पत्रकार बालकृष्णन बालगोपाल खुद एक स्वास्थ्य देखभाल कर्मी के रूप में इस केंद्र में काम करने गए और वहां के कामकाजी हालात की विपरीत परिस्थितियों व कर्मियों से जुड़ी अन्य समस्याओं को उजागर किया है।
‘बीबीसी पैनोरमा’ के लिए तैयार की गई इस रिपोर्ट को यहां सोमवार शाम को प्रसारित किया जाना था।
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रिपोर्ट में सामने आया कि देखभाल करने वालों से एक भारतीय भर्ती एजेंसी द्वारा हजारों पाउंड का शुल्क लिया जाता है और उन्हें लंबे अनुबंध के तहत बांध दिया जाता है, अगर नर्सें नौकरी छोड़ने की कोशिश करती हैं तो उन पर आर्थिक दंड लगाया जाता है।
पिछले वर्ष के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, स्वास्थ्य और देखभाल उद्योग में कर्मचारियों की कमी को पूरा करने के लिए ब्रिटेन आने के लिए विदेशी श्रमिकों को 1,40,000 वीजा जारी किए गए थे और इनमें से 39,000 वीजा भारतीयों के पास गए थे।
बालगोपाल ने एक बयान में कहा, ‘‘जैसे-जैसे मैं दूसरे देशों से आए देखभाल कर्मियों के जीवन में गहराई से उतरा, मैंने शोषण, कर्ज, परिवार से अलगाव और गलतियां करने के डर की कहानी सुनी।’’
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