बांग्लादेश को नौ विकेट से हराकर भारत पुरुष क्रिकेट के फाइनल में
खिताब के प्रबल दावेदार भारत ने शुक्रवार को यहां सेमीफाइनल में बांग्लादेश को नौ विकेट से रौंदकर पुरुष क्रिकेट के फाइनल में जगह बनाकर पदक सुनिश्चित किया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
हांगझोउ: खिताब के प्रबल दावेदार भारत ने शुक्रवार को यहां सेमीफाइनल में बांग्लादेश को नौ विकेट से रौंदकर पुरुष क्रिकेट के फाइनल में जगह बनाकर पदक सुनिश्चित किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक भारतीय कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला किया और गेंदबाजों ने इसे सही साबित करते हुए बांग्लादेश को 20 ओवर में नौ विकेट पर 96 रन के स्कोर पर रोक दिया।
भारत ने इसके जवाब में 9.2 ओवर में एक विकेट पर 97 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की। भारतीय टीम पहली बार महाद्वीपीय खेलों की इस स्पर्धा में हिस्सा ले रही है।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने पहले ओवर में ही यशस्वी जायसवाल का विकेट गंवा दिया जो खाता भी नहीं खोल पाए। कप्तान और सलामी बल्लेबाज गायकवाड़ (26 गेंद में नाबाद 40, चार चौके, तीन छक्के) और तिलक वर्मा (26 गेंद में नाबाद 55, दो चौके, छह छक्के) ने इसके बाद 97 रन की अटूट साझेदारी करते हुए भारत को आसान जीत दिला दी।
उभरते हुए ऑलराउंडर वर्मा ने सिर्फ 25 गेंद में अर्धशतक पूरा किया और फिर भावनात्मक जश्न मनाते हुए अपनी शर्ट उठाकर अपने माता-पिता को समर्पित टैटू दिखाया।
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भारत स्वर्ण पदक के मुकाबले में शनिवार को पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेगा।
इससे पहले साई किशोर भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 12 रन देकर तीन विकेट चटकाए। वाशिंगटन सुंदर ने भी 15 रन देकर दो विकेट हासिल किए। अर्शदीप सिंह, तिलक वर्मा, रवि बिश्नोई और शाहबाज अहमद को भी एक-एक विकेट मिला।
गायकवाड़ और वर्मा ने छोटे मैदान पर अधिकांश रन बाउंड्री से बटोरे।
बांग्लदेश के गेंदबाजों के पास गायकवाड़ और वर्मा का कोई जवाब नहीं था जिन्होंने शुरू से ही आक्रामक रुख अपनाया।
इससे पहले साई किशोर और वाशिंगटन की अगुआई में भारतीय स्पिनरों ने बांग्लादेश के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया।
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बांग्लादेश की ओर से परवेज हुसैन इमोन (23), जाकिर अली (नाबद 24) और रकीबुल हसन(14) ही कुछ देकर टिककर खेल पाए।
अर्शदीप भारतीय टीम में एकमात्र तेज गेंदबाज थे जबकि शाहबाज को भारत के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिला।