UNSC: चीन से तनातनी के बीच भारत बना UN सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य, कई देशों का समर्थन
लद्दाख सीमा पर हुई हिंसक झड़प के बाद चीन से चल रही तनातनी के बीच भारत को एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य चुना गया है। पढिये, पूरी खबर..
नई दिल्ली: लद्दाख सीमा पर हुई हिंसक झड़प के बाद चीन के साथ चल रही तनातनी के बीच भारत 8वीं बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अस्थाई सदस्य (India member of UNSC) चुन लिया गया है। भारत को इस सदस्यता के लिये (Non-permanent Member of UNSC) निर्विरोध चुना गया, जिसके लिये कई देशों ने भारत का समर्थन किया।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के लिये भारत एशिया-प्रशांत श्रेणी से अस्थाई सीट के लिए अकेला उम्मीदवार था। विभिन्न देशों के समर्थन के बाद भारत ने इस सदस्यता पर 8वीं बार कब्जा किया है।
गौरतलब है कि पड़ोसी देश चीन हमेशा से ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का विरोध करता रहा है और माना जाता है कि यहां भारत की अस्थाई सदस्यता भी उसको रास नहीं आती।
192 बैलट वोट्स में से 184 वोट
यूएनएससी में निर्विरोध चुने जाने के बाद अब भारत का कार्यकाल 2021-22 तक होगा और वह संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च संस्था का अस्थाई सदस्य बन जाएगा। 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने 75वें सत्र के लिए अध्यक्ष, सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्यों और आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के सदस्यों के लिए चुनाव कराया था। भारत को 192 बैलट वोट्स में से 184 वोट मिले। भारत के साथ-साथ आयरलैंड, मेक्सिको और नॉर्वे को भी सुरक्षा परिषद में एंट्री मिली है जबकि कनाडा को बाहर ही रहना पड़ेगा।