

यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हुए भगदड़ में 100 ज्यादा लोगों की मौत की आशंका जतायी जा रहा है। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये आखिर कौन हैं भोले बाबा, जिनके आश्रम में भगदड़ से हुई कई मौतें।
हाथरस: जनपद के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र में मंगलवार दोपहर को भोले बाबा का सत्संग कई लोगों के लिये मनहूस साबित हुआ। आश्रम में आयोजित सत्संग के बाद भगदड़ मचने से 100 से अधिक लोगों की मौत की आशंका जतायी जा रहा है। जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल है। जिलाधिकारी ने अब तक 60 लोगों के मरने की पुष्टि की है। यूपी के मुख्य सचिव भी हाथरस पहुंच रहे हैं। घटना के बाद सरकार द्वारा बड़ा एक्शन लिया जा सकता है।
डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये आखिर कौन हैं संत भोले बाबा, जिनके आश्रम में मंगलवार को भगदड़ के कारण बड़ा हादसा हुआ और कआ लोग असमय मौत के मुंह के समा गये।
भोले बाबा मूल रूप से कांशीराम नगर (कासगंज) में पटियाली गांव के रहने वाले हैं। वह अपने गांव में ही झोपड़ी बनाकर रहते हैं। भोले बाबा कई राज्यों में घूमकर लोगों को भक्ति का ज्ञान देते थे। इनका आश्रम गांव में मौजूद है।
बताया जाता है कि अभी तक इनके सत्संग में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं के साथ कई हादसे हो चुके हैं। रतिभानपुर का यह हादसा अब तक का सबसे बड़ा हादसा बताया जा रहा है।
कहा जाता है कि भोले बाबा जब जवान थे तो पुलिस में भर्ती हो गये थे। संत भोले बाबा को ईश्वर से बहुत लगाव है। लोगों का मानना है कि बाबा ने अपनी पूरी जिंदगी कथित तौर पर मानव कल्याण में लगा दी।
भोले बाबा के लाखों अनुयायी हैं। वे आये दिन सत्संग और प्रवचन का कार्यक्रम आयोजित करते रहते हैं।
भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ से मौतो के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। सबसे बडा सवाल यह है कि आखिर भोले बाबा ने कार्यक्रम में शामिल होने के लिये पुलिस प्रशासन से कितने लोगों की परमिशन ली थी। परमिशन ली भी या नहीं, यह भी जांच का विषय है।
बताया जाता है कि कार्यक्रम में लगभग 50 हजार लोग पहुंचे थे। कई लोग हादसे में बाल-बाल बच गये।
भोले बाबा के आश्रम में हुई मौतों के बाद पुलिस प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। दूसरी तरफ प्रशासन मामले की जांच में भी जुट गया है। प्रदेश के मुख्य सचिव भी हाथरस पहुंच रहे हैं। हाथरस हादसे पर बड़ा एक्शन हो सकता है।