Mountaineer Nitish Singh: गोरखपुर के लाल का विदेश में कमाल, मिलिये युवा नीतीश से, जानिये अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी फतह करने की कहानी
यूपी के गोरखपुर निवासी युवा नीतीश ने जो कुछ कर दिखाया, उस पर आज पूरा देश गर्व कर रहा है। नीतीश ने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा फहराकर अपना नाम स्वर्णाक्षरों में दर्ज करा लिया है। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये नीतीश के इस सफर की पूरी कहानी
गोरखपुर: बीती 26 जनवरी को जब पूरा देश 72वें गणतंत्र के जश्न में डूबा हुआ था, उसी दिन यूपी का एक लाल विदेशी धरती पर नये कीर्तिमान स्थापित करने के साथ ही 19,340 फीट की दुर्गम ऊंचाई पर भारत का तिरंगा फहरा रहा था। यूपी के गोरखपुर निवासी युवा नीतीश सिंह ने छोटी सी उम्र में जिस तर विश्व की ऊंची चोटियों में शामिल माउंट किलिमंजारो को तिरंगे के साथ फतह किया, उस पर आज पूरा भारत गर्व कर रहा है। नीतीश सिंह ने इस कीर्तिमान के साथ साबित कर दिया कि इंसान के ऊंचों हौसलों के सामने दुनिया की बड़ी मुश्किलें भी बौनी पड़ जाती है।
नीतीश सिंह के कीर्तिमान से गोरखपुर में खुशी की लहर
गोरखपुर के राजेन्द्र नगर पश्चिमी न्यू कॉलोनी निवासी 23 वर्षीय नीतीश सिंह शहीद अमरजीत सिंह के बेटे हैं। उनका मूल निवास ग्राम सभा- रामपुर गोपालपुर (गोनरपुरा) विकासखंड- चरगांवा, जिला गोरखपुर है। नीतीश सिंह ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल्ल कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई की और फिलहाल वह गोरखपुर विश्वविद्यालय से बीबीए. द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। नीतीश सिंह के कीर्तिमान के बाद उनके कॉलेज, कॉलोनी और पूरे गोरखपुर शहर में हर्ष की लहर है।
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विजय यात्रा में आये कई अहम पड़ाव
इस नये कीर्तिमान को स्थापित करना नीतीश सिंह को इतना आसान नहीं था। उनकी विजय यात्रा में कई अहम पड़ाव आये। नीतीश गोरखपुर से 17 जनवीर को अपने मिशन के लिए निकले। इस मिशन पर रवाना होने से पहले सीएम योगी ने भी खुद नीतीश को शुभकामानाएं दी। रवानगी से पहले नीतीश ने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी और उनका आशीर्वाद भी लिया था। गोरखपुर से यात्रा की शुरूआत के बाद 19 जनवरी को नीतीश अफ्रीका महाद्वीप के तंजानिया शहर पहुंचे।
अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी पर यूं फहराया तिरंगा
तंजानिया पहुंचने के चार दिन बाद नीतीश ने 23 जनवरी को अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो की चढ़ाई की शुरुआत की। मजबूत इरादों और कई कठिनाइयों के बाद वह 25 जनवरी को माउंट किलिमंजारो के बेस कैंप तक पहुंच गए थे। 25 जनवरी की रात जब आम भारतीय गहरी नींद में सो रहा था, तब नीतीश रात के 11:30 बजे से माउंट किलिमंजारो को फतह करने को निकल चुके थे और इस विजयी यात्रा के बेहद करीब थे। आखिरकार 26 जनवरी को नीतीश ने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराया। माउंट किलिमंजारो 19,340 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
माउंट किलिमंजारो फतह करने के साथ नीतीश दुनिया के उन चुनिंदा पर्वतारोहियों में शामिल हो चुके थे, जिन्हें बेहद मुश्किलों के बाद यह विजय प्राप्त होती है। नीतीश की फतह के साथ ही यह भारत के लिये गौरव का क्षण था।
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इन विपरीत परिस्थितियों के बाद भी नहीं छोड़ा हौसला
अपनी इस साहसिक यात्रा को याद करते हुए नीतीश कहते हैं कि माउंट किलिमंजारो में चढाई के वक्त रात वहां का वातारवरण बेहद प्रतिकूल था। रात को समय ऊपर की चोटी पर लगभग 120 से 150 की स्पीड से हवाएं चल रही थीं। वहां शरीर को जमा देने वाला माइनस 20 डिग्री का तापमान था। ठंड और तेज हवाएं से मुकाबला बेहद कठिन था लेकिन इन सब विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी नीतीश ने हौसला नहीं छोड़ा। मजबूत इरादों के साथ नीतीश ने अपना मिशन जारी रखा और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन सुबह 6:50 बेज वे अफ्रीका के सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (5895 मीटर) पर भारत का तिरंगा फहराने में सफल रहे।
जारी है नीतीश का स्वागत और सम्मान
माउंट किलिमंजारो को फतह करने के बाद नीतीश अब स्वदेश लौट चुके हैं। उनके इस कीर्तिमान पर पूरा उत्तर प्रदेश गदगद है। सीएम योगी ने भी इस विजय अभियान के लिये उन्हें बधाई दी। इस साहसिक और विजय यात्रा से लौटने पर गोरखपुर एयरपोर्ट के निदेशक प्रभाकर बाजपेई, मुख्य सुरक्षा अधिकारी विजय कौशल, सांसद प्रतिनिधि समरेन्द्र विक्रम सिंह ने माला पहनाने के बाद अंग वस्त्र देकर उनको सम्मानित किया। पूरे गोरखपुर में नीतीश का स्वागत जारी है। जगह-जगह उनका सम्मान किया जा रहा है।
विश्व की कई और चोटियों को फतह करेंगे नीतीश
भविष्य की योजना से जुड़े सवाल पर नीतीश कहते हैं कि अब उनका अगला लक्ष्य विश्व की सात सबसे ऊंची पहाड़ियों को फतह करने का है, जिसे वे अगले दो वर्षो में पूरा करेंगे। उनका अगला लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची पहाड़ी माउंट कोजिअस्को को फतह करना है। इसके अलावा वह कई तरह के सामाजिक कार्यों के जरिये भी मानवता की सेवा करने का इरादा रखते हैं। अपने अभिनंदन से अभीभूत नीतीश का कहना है कि यह फतह एक शुरूआत है, आने वाले दिनों में उन्हें विश्व की कई और चोटियों को फतह करना है।