CM Yogi in Gonda: सीएम योगी ने गोंडा में किया देश के सबसे बड़े एथेनॉट प्लांट का शिलान्यास, जानिये इसके बारे में, संबोधन में कहीं ये बातें

डीएन ब्यूरो

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को गोंडा जनपद के दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने देश के सबसे बड़े एथेनॉट प्लांट का शिलान्यास किया। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये इस मौके पर क्या बोले सीएम योगी

गोण्डा में कार्यक्रम को संबोधित करते सीएम योगी
गोण्डा में कार्यक्रम को संबोधित करते सीएम योगी


गोण्डा: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को गोंडा जनपद के दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने देश के सबसे बड़े एथेनॉट प्लांट का शिलान्यास किया। यहां 450 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया यह प्लांट 65.61 एकड़ जमीन पर फैला हुआ है, जिसकी क्षमता 350 KLD प्रतिदिन है। एथेनॉल प्लांट का शिलान्यास करने के साथ सीएम योगी ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र व चेक भी वितरित किया।   

एथेनॉट प्लांट का शिलान्यास करते सीएम योगी 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा के मैजापुर चीनी मिल में 26 हेक्टेयर क्षेत्र में बनने वाले देश के सबसे बड़े एथेनॉट प्लांट का शिलान्यास करते हुए कहा कि यह प्लांट मई 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा। यहां पर गन्ने के जूस ब्रोकन राइस से एथेनॉल बनेगा। इससे 60 हजार किसानों को फायदा मिलने के साथ ही 250 लोगों को रोजगार मिलेगा।

सीएम योगी ने कहा कि एथेनॉल प्लांट लगने से अब अन्नदाता किसान गन्ना उत्पादन के साथ डीजल व पेट्रोल के उत्पादन में भी सहयोग कर सकेगा। अन्नदाता किसान के एथेनॉल उत्पादन से जुड़ने से पहले जो पैसा विदेशों में जाता था, अब वह किसानों के खाते में जाएगा। यहां पर चीनी मिल की क्षमता को 3,200 टीसीडी से बढ़ाकर 4,000 टीसीडी किया गया है, अब इसमें 40,000 कुंतल गन्ना पेराई क्षमता का विस्तार होगा। 

इस मौके पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहा था। अपनी मेहनत से वह अन्न उत्पादन कर रहा था, लेकिन उसके क्रय की कोई व्यवस्था नहीं थी। जनता भूख से मरती थी। किसान अपनी उपज का सही मूल्य न मिलने के कारण आत्महत्या के लिए विवश होता था। प्रदेश में गुंडा गर्दी होती थी। दंगे होते थे। यहां अराजकता व्याप्त थी।  

उन्होंने कहा कि 2017 के बाद प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में हमारी सरकार ने प्रदेश की तकदीर व तस्वीर बदलने का काम किया है। आज चीनी मिलों के गन्ना मूल्य का समय से भुगतान की कार्रवाई हो या फिर गेहूं, धान के क्रय केंद्र की स्थापना की बात हो। अकेले गोंडा जिले में 92 हजार क्विंटल से भी अधिक का गेंहूं क्रय हुआ है। इसका भुगतान सीधे किसानों के खाते में किया गया है। किसान की उपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य से जोड़ा जा रहा है। अब तो किसान अपने खेत में गन्ने के साथ ही अन्य खेती कर रहा है।










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