बठिंडा सैन्य स्टेशन पर गोलीबारी में चार सैनिक मारे गये

डीएन ब्यूरो

पंजाब के बठिंडा में सैन्य स्टेशन पर बुधवार तड़के हुई गोलीबारी में चार सैनिकों की मौत हो गई।

सैनिक (फ़ाइल)
सैनिक (फ़ाइल)


नई दिल्ली: पंजाब के बठिंडा में सैन्य स्टेशन पर बुधवार तड़के हुई गोलीबारी में चार सैनिकों की मौत हो गई।

वहीं, अपने सैन्य समकक्षों के साथ पूरे प्रकरण की जांच कर रही राज्य पुलिस ने बताया कि अब तक की जानकारी के मुताबिक यह घटना कोई आतंकवादी घटना नहीं थी।

जानकारी के मुताबिक घटना बुधवार तड़के लगभग चार बजकर 30 मिनट पर मेस के पीछे मौजूद बैरक के पास हुई और उस समय चारों सैनिक सो रहे थे जिनकी उम्र 24 से 25 साल के बीच थी।

सेना ने बताया था कि गोलीबारी की घटना के बाद त्वरित प्रतिक्रिया दल तत्काल सक्रिय हो गए और उन्होंने इलाके की घेराबंदी की।

जानकारी के मुताबिक सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पूरे मामले की जानकारी दी है।

पुलिस जांच टीम का नेतृत्व कर रहे बठिंडा के पुलिस अधीक्षक (डिटेक्टिव) अजय गांधी ने संवाददाताओं को बताया कि घटनास्थल से इंसास राइफल की गोलियों के 19 खोखे मिले हैं।

गांधी ने सेना के एक जवान के हवाले से बताया कि सादे कपड़ों में आए दो लोगों ने गोलीबारी की।

उन्होंने बताया कि घटना में मारे गए जवानों की पहचान सागर बन्नी (25), कमलेश आर.(24), योगेश कुमार जे.(24) और संतोष एम नागराल (25) के तौर पर की गई है।

गांधी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है और सेना इलाके में घेराबंदी कर तलाशी अभियान चला रही है।

पुलिस अधिकारी ने हालांकि, कहा कि अब तक यह जानकारी नहीं मिली है कि किसने गोली चलाई है और मामले की जांच की जा रही है।

गांधी ने कहा, ‘‘हम सेना पुलिस के साथ संयुक्त रूप से मामले की जांच कर रहे हैं।’’

इससे पहले सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘ इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में सेना के चार जवानों की जान चली गई। किसी अन्य के घायल होने या संपत्ति को किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।’’

बयान के अनुसार, दो दिन पहले एक इंसास राइफल और उसकी 28 गोलियां गुम होने के साथ साथ, मामले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।

गांधी से पूछा गया कि क्या यह मामला आपसी गोलीबारी का हो सकता है तो उन्होंने कहा, ‘‘जांच जारी है।’’

बठिंडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलनीत सिंह खुराना ने बुधवार शाम को पत्रकारों से कहा, ‘‘अब तक जो हमने जानकारी एकत्रित की है, उससे स्पष्ट है कि यह आतंकवाद का मामला नहीं है।’’

इससे पहले उन्होंने घटना का संदर्भ देते हुए कहा था, ‘‘यह एक आंतरिक मामला है, यह आपस में हुई गोलीबारी का मामला प्रतीत होता है। हमारे जांच दल सभी फॉरेंसिक उपकरणों के साथ (सैन्य स्टेशन) अंदर पहुंच गए हैं। जांच की जा रही है।’’

जब यह पूछा गया कि क्या इस संबंध का दो पहले गायब हुई राइफल से हो सकता है तो गांधी ने कहा, ‘‘हम जांच कर रहे हैं कि घटना का संबंध उससे है या नहीं।’’

बठिंडा छावनी पुलिस थाने के थाना प्रभारी गुरदीप सिंह ने बताया कि मामले में अब तक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है। जब उनसे पूछा गया कि किसने गोलीबारी की तो उन्होंने कहा कि अभी उनके पास इस संबंध में कोई सूचना नहीं है।

जब पूछा गया कि क्या इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है तो थाना प्रभारी ने कहा, ‘‘हम मामले में प्राथमिकी दर्ज करेंगे।’’ जब उनसे पूछा गया कि राइफल गुम होने की खबर पुलिस को कब दी गई तो उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम को इसकी सूचना दी गई थी।

सेना ने कहा कि इलाके को सील कर दिया है और मामले के तथ्यों का पता लगाने के लिए पंजाब पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त जांच की जा रही है।










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