भारत के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने युजवेंद्र चहल को लेकर कही ये बड़ी बात

भारत के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने युजवेंद्र चहल को वर्तमान समय में सीमित ओवरों में देश का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर करार देते हुए कहा कि चयनकर्ताओं ने 30 अगस्त से पाकिस्तान और श्रीलंका में होने वाले एशिया कप के लिए उन्हें टीम में न चुनकर गलती की। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 24 August 2023, 6:06 PM IST
google-preferred

नयी दिल्ली, 24 अगस्त (भाषा) भारत के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने युजवेंद्र चहल को वर्तमान समय में सीमित ओवरों में देश का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर करार देते हुए कहा कि चयनकर्ताओं ने 30 अगस्त से पाकिस्तान और श्रीलंका में होने वाले एशिया कप के लिए उन्हें टीम में न चुनकर गलती की।

चहल को एशिया कप के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है। चयनकर्ताओं ने उनकी बजाय कुलदीप यादव और अक्षर पटेल को प्राथमिकता दी।

हरभजन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,‘‘ इस टीम में मुझे जो एक कमी और गलती लगी, वह है युजवेंद्र चहल की अनुपस्थिति। मेरे विचार में उन्हें एशिया कप के लिए टीम में होना चाहिए था।’’

उन्होंने कहा,‘‘ चहल ऐसा लेग स्पिनर है जो गेंद को टर्न करा सकता है। अगर आप वास्तविक स्पिनर की बात करते हैं तो मुझे नहीं लगता कि सीमित ओवरों के प्रारूप में भारत में चहल से बेहतर कोई स्पिनर है।’’

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में 711 विकेट लेने वाले 43 वर्षीय हरभजन ने कहा,‘‘ यह सही है कि पिछले कुछ मैचों में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा लेकिन इससे वह खराब गेंदबाज नहीं बन जाते हैं।’’

हरभजन को उम्मीद है कि हाल के दिनों में टीम से अंदर बाहर होने वाले 33 वर्षीय चहल भारत में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले 50 ओवरों के विश्वकप में वापसी करेंगे।

उन्होंने कहा,‘‘ मुझे उम्मीद है उनके लिए दरवाजे बंद नहीं हुए होंगे। विश्वकप के लिए उनके नाम पर विचार करना महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह टूर्नामेंट भारत में खेला जाएगा।’’

हरभजन ने कहा,‘‘ चहल साबित कर चुके हैं कि वह मैच विजेता गेंदबाज हैं। मैं समझता हूं कि अभी उनकी फॉर्म अच्छी नहीं है, इसलिए आप उन्हें विश्राम दे सकते हैं। लेकिन मेरा मानना है कि अगर वह टीम के साथ होते तो उनका आत्मविश्वास बना रहता। कोई भी खिलाड़ी जब बाहर होने के बाद वापसी करता है तो उस पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव रहता है।’’

भाषा पंत

पंत

No related posts found.