म्यांमा की महिला की हत्या के वीडियो को मणिपुर की घटना के तौर पर दिखाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज
मणिपुर पुलिस ने सोमवार को एक‘‘फर्जी खबर’ के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस ने यह जानकारी दी।
इंफाल: मणिपुर पुलिस ने सोमवार को एक‘‘फर्जी खबर’ के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि एक वीडियो जिसमें म्यांमा में हथियारबंद लोगों द्वारा एक महिला की हत्या को दिखाया गया है, को मणिपुर की घटना के रूप में वर्णित किया जा रहा है।
पुलिस ने ट्वीट किया कि यह क्लिप दंगा भड़काने के लिए प्रसारित की जा रही है और फर्जी खबर फैलाने वालों को गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।
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पुलिस ने बताया कि फर्जी खबर फैलाने पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। उसने बताया कि इस वीडियो में म्यांमा की घटना को मणिपुर मामले के तौर पर दिखाया गया है।
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को आयोजित ‘ट्राइबल सॉलिडेरिटी मार्च’ (आदिवासी एकजुटता मार्च) के दौरान हिंसा भड़कने के बाद से राज्य में अब तक 160 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं तथा कई अन्य घायल हुए हैं।
राज्य में मेइती समुदाय की आबादी करीब 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी समुदाय के आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे पर्वतीय जिलों में रहते हैं।
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