

राजकुमार संतोषी की आगामी फिल्म ‘गांधी गोडसे: एक युद्ध’ के ‘प्रचार कार्यक्रम’ को शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने बाधित कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि यह फिल्म महात्मा गांधी की विरासत को कमजोर करती है और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन करती है।
मुंबई: राजकुमार संतोषी की आगामी फिल्म ‘गांधी गोडसे: एक युद्ध’ के ‘प्रचार कार्यक्रम’ को शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने बाधित कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि यह फिल्म महात्मा गांधी की विरासत को कमजोर करती है और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन करती है।
संतोषी द्वारा लिखित और निर्देशित यह फिल्म गांधी और गोडसे के बीच दो विरोधी विचारधाराओं के द्वंद्व को दर्शाती है।
मीडिया कार्यक्रम के दौरान मीडियाकर्मियों के बीच बैठे प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे लहराए और ‘महात्मा गांधी जिंदाबाद’ के नारे लगाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि फिल्म के माध्यम से संतोषी 30 जनवरी, 1948 को गांधी की हत्या करने वाले व्यक्ति नाथूराम गोडसे का महिमामंडन करने की कोशिश कर रहे हैं।
निर्माताओं की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार अप्रिय स्थिति से बचने के लिए पुलिस को बुलाया गया।
संतोषी ने कहा कि उनकी फिल्म गोडसे का महिमामंडन नहीं करती।
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