

बिहार में अपराधियों के बेखौफ होते ही बिहार सरकार एक्शन मोड में नजर आ रही है। बिहार के विधिन्न जिलों में अपराधियों को गिरफ्तार करने का सिलसिला जारी हो चुका है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पटना: बिहार के पटना में अपराधियों के हौसले दिनों दिन बुलंद होते जा रहे हैं। जहां फिर एक बार बदमाशों का तांडव देखा गया। इसी के चलते यहां की पुलिस भी सतर्क हो चुकी है। ऐसे में लगातार कार्रवाई जारी है। विभिन्न जिलों में अपराधियों की गिरफ्तारी का सिलसिला तेजी से बढ़ रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुासर, इस कड़ी में बिहार सरकार ने तीन नामी अपराधियों के खिलाफ इनाम की घोषणा की है। इन आरोपितों को पकड़ने पर पुलिसकर्मी या आम नागरिक किसी भी प्रकार से पुरस्कार प्राप्त कर सकते हैं। चलिए इस मामले की विस्तार से जानकारी लेते हैं।
आरोपी को पकड़ने के लिए इनाम निर्धारित
बिहार सरकार ने नीट यूजी पेपर लीक केस में शामिल मुख्य आरोपी संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए इनाम की राशि निर्धारित की है। बताया जा रहा है कि संजीव मुखिया काफी समय से पुलिस की पकड़ से बच रहा है और फरार है। इस संदर्भ में सरकार ने उसके ऊपर 3 लाख रुपये का इनाम रखा है ताकि उसे जल्दी से जल्दी गिरफ्तार किया जा सके।
नालंदा में अपराधियों को पकड़ने की तैयारी
बिहार के नालंदा जिले के शुभम कुमार और अरवल के राजकिशोर कुमार पर भी एक-एक लाख रुपये का इनाम तय किया गया है। इन दोनों अपराधियों पर भी गंभीर आरोप हैं और उनके खिलाफ दो-दो महत्त्वपूर्ण मामले दर्ज हैं। आर्थिक अपराध इकाई की सिफारिश पर बिहार पुलिस मुख्यालय ने इन तीनों अपराधियों के लिए यह पुरस्कार की घोषणा की है। यह इनाम घोषित करने की प्रक्रिया का उद्देश्य अपराधों की रोकथाम और संदिग्धों की गिरफ्तारी में गति लाना है।
गृह विभाग ने नोटिस जारी किया
गृह विभाग ने इस संबंध में एक आधिकारिक नोटिस भी जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि "पुलिस उप-महानिरीक्षक आर्थिक अपराध इकाई बिहार पटना द्वारा तीन कुख्यात और वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए इनाम की अनुशंसा की गई है।" इन फरार अपराधियों का आपराधिक रिकॉर्ड भी सामने आया है जिससे उनके खतरनाक होने की पुष्टि होती है। इनाम की राशि उन सभी के नाम के बगल में अंकित की गई है और यह घोषणा दो वर्षों के लिए मान्य होगी।
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