Lucknow SGPGI में रोबोट के जरिए निकाला मूत्राशय में जमा फैट, पहली बार हुआ इस तकनीक का प्रयोग

राजधानी लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल में डॉक्टर्स की टीम द्वारा ‘पेल्विक लिपोमेटोसिस’ नामक दुर्लभ बीमारी का रोबोटिक सर्जरी द्वारा सफल इलाज किया गया जानकारी के अनुसार एसजीपीजीआई में की गई है सर्जरी पहले रोबोटिक सर्जरी है।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 14 July 2024, 1:48 PM IST
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लखनऊ: राजधानी लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल में डॉक्टर्स की टीम द्वारा 'पेल्विक लिपोमेटोसिस' नामक दुर्लभ बीमारी का रोबोटिक सर्जरी द्वारा सफल इलाज किया गया जानकारी के अनुसार एसजीपीजीआई में की गई है सर्जरी पहले रोबोटिक सर्जरी है।

क्या कहते हैं डॉक्टर- रोबोटिक सर्जरी करने वाले एसजीपीजीआई के डॉक्टर उदय प्रताप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 24 वर्षीय युवक पेल्विक लिपोमेटोसिस नमक दुर्लभ बीमारी से ग्रसित था जिसमें पेल्विक क्षेत्र में आवश्यकता से अधिक वास (Fat) जमा हो जाती है जिसके कारण मूत्राशय की क्षमता कम हो जाती है जिसका बुरा प्रभाव रोग से पीड़ित व्यक्ति की किडनी पर पड़ता है।

पहली रोबोटिक सर्जरी का दावा

एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ राधाकृष्णन धीमन ने जानकारी देते हुए बताया कि इस दुर्लभ बीमारी की दुनिया में पहली रोबोटिक सर्जरी डॉक्टर्स द्वारा की गई है। इस सर्जरी में रोबोटिक विधि द्वारा सर्जिकल टीम ने दोनों मूत्रनली (Urinal tract) फिर से जोड़ा इसके साथ ऑग्मेंटेशन सिस्टोप्लास्टी का भी फैसला किया जिस प्रक्रिया में रोगी की आंख के एक हिस्से का उपयोग कर मूत्राशय को बड़ा किया गया।

बताते चले यह रोबोटिक सर्जरी एसजीपीजीआई के डॉक्टर उदय प्रताप सिंह और उनकी टीम द्वारा सफलतापूर्वक की गई। इस सफल सर्जरी के लिए एसजीपीजीआई के निदेशक डॉक्टर आरके धीमन ने डॉक्टर की टीम को बधाई दी।

क्या है यह बीमारी

पेल्विक लिपोमेटोसिस नामक बीमारी अत्यधिक दुर्लभ है आंकड़ों के अनुसार पूरी दुनिया में इसके लगभग 200 से लेकर 250 मरीज हैं। इस बीमारी में मूत्राशय के नीचे वाले भाग में जरूर से ज्यादा वसा जमा हो जाती है जिस कारण मूत्राशय सिकुड़ने लगता है जिसके प्रभाव से मनुष्य को किडनी, आंत और पेट संबंधी समस्याएं होती है।

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