तेल रहित चावल की भूसी पर निर्यात प्रतिबंध 31 मार्च 2024 तक बढ़ाया
तेल रहित चावल की भूसी पर निर्यात प्रतिबंध अगले साल 31 मार्च तक बढ़ा दिया गया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नयी दिल्ली: तेल रहित चावल की भूसी पर निर्यात प्रतिबंध अगले साल 31 मार्च तक बढ़ा दिया गया है। सरकारी अधिसूचना में यह जानकारी दी गई।
इसके निर्यात पर प्रतिबंध इस साल जुलाई से जारी है।
यह भी पढ़ें |
Rice Export Ban: भारत से चावल निर्यात पर प्रतिबंध से छूट पाने के लिए जद्दो-जेहद कर रहा ये देश
विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक अधिसूचना में कहा, ‘‘ तेल रहित चावल की भूसी के निर्यात पर प्रतिबंध 31 मार्च 2024 तक बढ़ा दिया गया है।’’
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार विशेषज्ञों के अनुसार, पशुचारे की कीमतों में वृद्धि देश में दूध की कीमतें बढ़ने का एक प्रमुख कारण है। निर्यात पर प्रतिबंध लगाने से घरेलू बाजार में उत्पाद की उपलब्धता बढ़ाने में मदद मिल सकती है, जिससे दरों पर अंकुश लगाया जा सकता है।
यह भी पढ़ें |
भारत से झींगों का अमेरिका को निर्यात करने की व्यवस्था पर बनी सहमति
हालांकि, सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने सरकार से निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा था क्योंकि इस कदम से पशु चारा और दूध की कीमतों पर न्यूनतम प्रभाव पड़ने की संभावना है।
अनुमान के अनुसार, मवेशियों के चारे में करीब 25 प्रतिशत चावल की भूसी का इस्तेमाल किया जाता है।