मिसाल: अमेरिकी के माउई में आपातकाल प्रबंधन एजेंसी के प्रमुख ने दिया इस्तीफा, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

अमेरिकी राज्य हवाई में माउई के जंगलों में आग लगने के दौरान सायरन नहीं बजाने को लेकर हो रही आलोचनाओं के बीच आपातकाल प्रबंधन एजेंसी के प्रमुख हरमन अंदाया ने बृहस्पतिवार को अचानक इस्तीफा दे दिया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

माउई के जंगल में आग
माउई के जंगल में आग


लहैना: अमेरिकी राज्य हवाई में माउई के जंगलों में आग लगने के दौरान सायरन नहीं बजाने को लेकर हो रही आलोचनाओं के बीच आपातकाल प्रबंधन एजेंसी के प्रमुख हरमन अंदाया ने बृहस्पतिवार को अचानक इस्तीफा दे दिया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार अंदाया ने एक दिन पहले की कहा था कि उन्हें सायरन बजाकर लोगों को सचेत नहीं करने के फैसले पर कोई खेद नहीं है। माउई के जंगलों में लगी आग के कारण कम से कम 111 लोगों की मौत हो गई है।

पानी की कमी के कारण दमकलकर्मियों के आग बुझाने के प्रयासों में बाधा पैदा हुई और वाहनों के कारण मार्ग बाधित हो गया। अंदाया ने सायरन नहीं बजाने का फैसला किया। कई लोगों ने इस फैसले को गलत करार दिया है। ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ ने बताया कि संवाद संबंधी समस्याओं के कारण अराजकता की स्थिति पैदा हुई।

माउई काउंटी ने फेसबुक पर घोषणा की कि मेयर रिचर्ड बिसेन ने अंदाया का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है। अंदाया ने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को इस्तीफे का कारण बताया, लेकिन उन्होंने इस बारे में विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी।

बिसेन ने एक बयान में कहा, ‘‘हम जिस संकट का सामना कर रहे हैं उसकी गंभीरता को देखते हुए मैं और मेरी टीम किसी अन्य को इस महत्वपूर्ण पद पर यथाशीघ्र नियुक्त करेंगे।’’

इस्तीफे से एक दिन पहले, अंदाया ने आग की लपटें भड़कने पर सायरन न बजाने के फैसले का बचाव किया था। हवाई को दुनिया में ‘आउटडोर अलर्ट सायरन’ की सबसे बड़ी प्रणाली के रूप में जाना जाता है।

अंदाया ने कहा, ‘‘हमें डर था कि लोग भाग कर भीतर की ओर जाएंगे। यदि ऐसा होता तो वे आग की लपटों का शिकार हो जाते।’’

सायरन प्रणाली हवाई के द्वीप पर 1946 में आई सुनामी के बाद स्थापित की गई थी। इस सुनामी में 150 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। द्वीप की वेबसाइट के अनुसार, इस प्रणाली का उपयोग आग संबंधी चेतावनी देने के लिए किया जा सकता है।

माउई में लगी आग अमेरिका में एक सदी से भी ज्यादा समय में सबसे भीषण दावानल है।










संबंधित समाचार