महराजगंजः कड़कड़ाती ठंड और हाउसफुल का टोटा, जानिये रैन बसेरों का ये हाल

दिनोंदिन तेजी से गिर रहे पारे और पछुआ हवाओं के कारण हाड़ कंपाती ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। ऐसे में नगर पालिका के रैन बसेरा के दस बेड भी हाउस फुल नहीं हो पा रहे हैं। पढें डाइनामाइट की खास रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 18 January 2024, 4:43 PM IST
google-preferred

महराजगंजः गरीबों, असहायों को कड़कड़ाती ठंड (Bitter Cold) से निजात दिलाने के उददेश्य से नगर पालिका ने जनपद में दो रैन बसेरा (Rain Basera) का प्रबंध कराया है। महराजगंज मुख्य चौराहा पर वर्ष 2021-22 में लाखों की लागत से भवन तैयार कर असहाय, गरीब महिला एवं पुरूषों के लिए दस बेड से लेकर तमाम सुविधाएं भी दी किंतु जागरूकता (Awareness) के अभाव के कारण कड़कड़ाती ठंड में भी यह रैन बसेरा हाउसफुल नहीं हो पा रहा है।

डाइनामाइट न्यूज (Dynamite News) की टीम ने रैन बसेरा का निरीक्षण किया, जिसमें सभी बेड खाली मिले। 

आधार कार्ड पर यह मिलेंगी सुविधाएं
महिला एवं पुरूषों के लिए अलग-अलग कमरों में दो शौचालय का प्रबंध सक्सेना चोक (Saxena Choke) के रैन बसेरा में किया गया है। टीवी, कंबल, गददा, चादर, तकिया, स्वच्छ पेयजल के साथ ही यहां स्वच्छता का भी विशेष ख्याल रखा गया है। कोरोना में किचन कक्ष काफी उपयोगी साबित हुआ था किंतु वर्तमान में बंद चल रहा है। 

इन दिनों पर यहां रूके लोग
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता ने रैन बसेरा में ठहरने वाले लोगो के रजिस्टर (Register)
 को को चेक किया। 9 जनवरी को चंद्रभान सिंह निवासी जसवंत नगर इटावा, रामाज्ञा चौहान मऊ, पंकज कुमार अंबेडकरनगर, जसवंत सिंह जैतपुर, रामचंद्र सौनोली, मीरा लेहडा ही यहां रूके थे।

10 जनवरी को जय सिंह संतरविदासनगर, रामजन्म चौहान मऊ, चंद्रभान सिंह इटावा, बुधिया गोरखपुर, दुर्गेश यादव कैंम्पियरगंज तथा 12 जनवरी को पूनम सिरसपुर वेस्ट दिल्ली व संतोष चौरसिया बेलवा खुर्द महराजगंज मात्र दो लोग ही रैन बसेरा में रूके थे। 13 जनवरी को खाली रहा जबकि 14 को मात्र 4 एवं 15 एवं 16 जनवरी को यह संख्या 7 लोगों तक ही पहुंच पाई।  

No related posts found.