धर्मशाला में ‘ट्रैक’ के लिए प्रवेश एवं शिविर शुल्क आधा किया गया
हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा जिले के धर्मशाला वन सर्किल ने त्रिउंड और अन्य ‘ट्रैकिंग’ मार्गों के लिए प्रवेश शुल्क और शिविर (टेंटिंग) शुल्क घटाकर आधे कर दिये हैं। वन विभाग के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
शिमला: हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा जिले के धर्मशाला वन सर्किल ने त्रिउंड और अन्य ‘ट्रैकिंग’ मार्गों के लिए प्रवेश शुल्क और शिविर (टेंटिंग) शुल्क घटाकर आधे कर दिये हैं। वन विभाग के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक विभाग ने एक बयान में बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार उसने प्रति व्यक्ति प्रवेश शुल्क 200 रुपये से घटाकर 100 रुपये कर दिया है। इसी तरह, दो व्यक्तियों के लिए शिविर शुल्क 1100 रुपये से घटाकर 550 रुपये कर दिया गया है जिसमें प्रवेश शुल्क भी शामिल है।
प्रवक्ता ने कहा कि शुल्क में कमी से इस क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन देने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि ‘मिसलेनियस एडवेंचर एक्टिविटीज ऑपरेटर्स’ के पंजीकृत स्थानीय गाइड पर कोई शुल्क नहीं लगाया जाएगा।