एकनाथ शिंदे 'आषाढ़ी एकादशी' के मौके पर पहुंचे पंढरपुर, किया ये खास काम

डीएन ब्यूरो

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार को 'आषाढ़ी एकादशी' के मौके पर सोलापुर जिले के पंढरपुर शहर में स्थित एक मंदिर में भगवान विट्ठल और देवी रुक्मिणी की 'महापूजा' की। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भगवान विट्ठल और देवी रुक्मिणी की 'महापूजा' की
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भगवान विट्ठल और देवी रुक्मिणी की 'महापूजा' की


पुणे: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार को 'आषाढ़ी एकादशी' के मौके पर सोलापुर जिले के पंढरपुर शहर में स्थित एक मंदिर में भगवान विट्ठल और देवी रुक्मिणी की 'महापूजा' की।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी लता शिंदे, सांसद तथा पुत्र श्रीकांत शिंदे और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भगवान की पूजा-अर्चना की और अच्छे मानसून तथा किसानों की समृद्धि व खुशहाली के लिये प्रार्थना की।

अहमदनगर जिले के नेवासा निवासी वारकरी दंपत्ति भाऊसाहेब काले और मंगला काले को बृहस्पतिवार तड़के मुख्यमंत्री के साथ पूजा करने का अवसर मिला।

शिंदे ने एक ट्वीट में कहा, 'राज्य में बारिश शुरू हो गई है। मैंने भगवान विट्ठल से प्रार्थना की है कि इस साल राज्य में संतोषजनक बारिश हो और किसान समृद्ध तथा खुशहाल रहें।'

पूजा करने के बाद मंदिर में एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर परिसर के विकास के लिए 73 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि योजना का मसौदा तैयार करते समय सभी को विश्वास में लिया जाएगा।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री प्रत्येक वर्ष 'आषाढ़ी एकादशी' के अवसर पर पंढरपुर में स्थित भगवान विट्ठल के मंदिर में पूजा करते हैं। यह परंपरा लंबे समय से चली आ रही है।

भगवान विठ्ठल के श्रद्धालु वारकरी कहलाते हैं। यह लोग विभिन्न संतों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये राज्य के अलग-अलग हिस्सों में निकाली जाने वाली शोभायात्रा में भाग लेते हैं। यह यात्रा 'आषाढ़ी एकादशी' के मौके पर पंढरपुर शहर में संपन्न होती है।










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