बचपन से देखा पुलिस बनने का सपना, पहली पोस्टिंग के तीन वर्ष पूरे कर जौनपुर थाने के आरक्षी ने ली अंतिम विदाई

महराजगंज जनपद के सिसवा कस्बे के निवासी 26 वर्षीय एक आरक्षी के निधन पर कोठीभार थाने की पुलिस मृतक साथी के घर पहुंची। अंतिम शव यात्रा में कंधा देकर पेश की मानवता की मिसाल। पढें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

Updated : 31 March 2024, 12:51 PM IST
google-preferred

सिसवा बाजार (महराजगंज): सिसवा कस्बे के निवासी 26 वर्षीय एक आरक्षी की असामयिक मृत्यु को लेकर परिजनों के साथ ही पुलिस जवान भी शोकाकुल हो गए।

अपने साथी की अल्प आयु में हुई मृत्यु पर कोठीभार थाने के थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिस बल भी घर पहुंचे। शव यात्रा में कंधा देकर अंतिम सलामी भी दी। 
यह रहा पूरा मामला 
सिसवा कस्बे के शास्त्रीनगर वार्ड निवासी आकाश श्रीवास्तव पुत्र मनोज श्रीवास्तव की नियुक्ति जौनपुर थाने पर बतौर आरक्षी थी। एक माह पूर्व डयूटी के दौरान तबीयत बिगड़ने पर यह अपने घर सिसवा आ गए थे।

गोरखपुर के निजी अस्पताल पर इलाज के दौरान इनकी मृत्यु हो गई। सिसवा नगर के खेखडा घाट पर आकाश का अंतिम संस्कार किया गया। 
सपना पूरा कर ली विदाई
मृतक आकाश श्रीवास्तव जौनपुर के सुजानपुर थाने पर वर्ष 2021 से बतौर आरक्षी तैनात थे।

नम आंखों से इनके पिता मनोज श्रीवास्तव ने डाइनामाइट न्यूज संवाददाता को बताया कि बचपन से ही आकाश का पुलिस में भर्ती होकर देशसेवा करने का सपना था। अपनी धुन में मगन होकर यह लक्ष्य को पूरा करने के लिए तत्पर रहता था।

वर्ष 2021 में जौनपुर जिले के सुजानपुर थाने पर बतौर आरक्षी आकाश की पहली नियुक्ति हुई थी।  
पिता तलाश रहे थे लड़की 
आकाश के पिता मनोज श्रीवास्तव ने संवाददाता को बताया कि अपनी ड्यूटी के तीन साल के कार्यकाल पूरा कर आज वह हमसे हमेशा के लिए जुदा हो गया।

हम लोग करीब एक वर्ष से उसकी शादी के लिए लड़की खोज रहे थे। हमारा बहू को घर लाने का सपना अधूरा ही रह गया।  

Published : 
  • 31 March 2024, 12:51 PM IST