

उड्डयन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एअर इंडिया और नेपाल एअरलाइंस के विमानों के हवा में टकराने की हद तक करीब आने के मामले में नेपाली अधिकारियों से विस्तृत जानकारी मांगी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
नई दिल्ली: उड्डयन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एअर इंडिया और नेपाल एअरलाइंस के विमानों के हवा में टकराने की हद तक करीब आने के मामले में नेपाली अधिकारियों से विस्तृत जानकारी मांगी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
गौरतलब है कि शुक्रवार की सुबह काठमांडू से मलेशिया के कुआलालंपुर जा रहा नेपाल एअरलाइंस का विमान और एअर इंडिया का काठमांडू से नयी दिल्ली आ रहा विमान हवा में टकराने की हद तक नजदीक आ गए थे।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि चेतावनी प्रणाली ने दोनों विमान के पायलट को सतर्क किया, जिससे समय रहते इस दुर्घटना को टाला जा सका।
डीजीसीए के वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि हवा में दो विमानों के करीब आने की घटना को लेकर नेपाली अधिकारियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा रही है।
उन्होंने बताया कि घटना को लेकर एअर इंडिया ने डीजीसीए को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
अधिकारी के मुताबिक, भारतीय पायलट नेपाली अधिकारियों के न्यायाधिकार क्षेत्र में नहीं आते। इस बीच, जानकारी लंबित रहने के दौरान एअर इंडिया के उक्त विमान के चालक दल को उड़ानों की जिम्मेदारी नहीं दी जा रही।
नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण (सीएएएन) ने डीजीसीए को पत्र लिखकर मामले की जांच करने का अनुरोध किया है।
सीएएएन के प्रवक्ता जगन्नाथ निरौला ने बताया कि नेपाल के विमानन नियामक ने भारतीय नियामक से कहा कि वह दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर उसकी जानकारी साझा करे।
इस बीच, सीएएएन ने घटना के संदर्भ में ड्यूटी में ‘लापरवाही’ के आरोप में वायु यातायात नियंत्रण विभाग के तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।
इस पूरी घटना पर एअर इंडिया ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
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