Climate Change: जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों के बाद भी लगातार काटे जा रहे पुराने जंगल, पढ़ें ये खास रिपोर्ट

डीएन ब्यूरो

जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए वन बेहद महत्वपूर्ण हैं। वे वातावरण से भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड को हटाते हैं और पेड़ों तथा मिट्टी में उसे संग्रह करते हैं। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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कोरवालिस: जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए वन बेहद महत्वपूर्ण हैं। वे वातावरण से भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड को हटाते हैं और पेड़ों तथा मिट्टी में उसे संग्रह करते हैं। पुराने वन विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। वे नए पेड़ों की तुलना में सूखे, तूफान और जंगल की आग जैसी आपदा का बेहतर ढंग से सामना करते हैं और अधिक कार्बन जमा करते हैं।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने 2022 के एक कार्यकारी आदेश में संघीय भूमि पर पुराने जंगलों के संरक्षण का आह्वान किया था। हाल ही में बाइडन ने सड़क निर्माण और ‘लॉगिंग’ से अलास्का में टोंगास राष्ट्रीय वन के लगभग आधे हिस्से की रक्षा की।

‘लॉगिंग’ परिवहन के लिए किसी स्थान पर पेड़ों को काटने और उन्हें कहीं और लगाने की प्रक्रिया है।

बाइडन प्रशासन सार्वजनिक भूमि पर खड़े पुराने जंगलों की एक सूची तैयार कर रहा है, जिससे संरक्षण के अन्य कार्यों में मदद मिलेगी। हालांकि साथ ही, संघीय एजेंसियां पुराने जंगलों में कई ‘लॉगिंग’ परियोजनाओं को शुरू कर उन्हें अंजाम दे रही हैं..बिना इस बात पर ध्यान दिए, कि ये परियोजनाएं जलवायु परिवर्तन या वन प्रजातियों को किस तरह प्रभावित कर सकती हैं।

वन पारिस्थितिकी तंत्र और जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों के अनुसार, भविष्य के खतरे को देखते हुए इन वनों में कार्बन भंडारण को बढ़ाना जरूरी है, न कि उसे कम करना। इस लक्ष्य की ओर पहला कदम वनों की कटाई को रोकना होगा, जब तक कि बाइडन प्रशासन उनके संरक्षण के लिए कोई योजना विकसित नहीं करता।

लकड़ी और जलवायु परिवर्तन को संतुलित करना

संघीय सरकार के अधीन आने वाली 64 करोड़ एकड़ जमीन में से अधिकतर का इस्तेमाल जैव विविधता, पानी की गुणवत्ता, खनन, चराई और ‘लॉगिंग’ आदि उद्देश्यों के लिए किया जाता है। कभी-कभी ये एक दूसरे के विरोधाभास हो जाती हैं।

कई बार भूमि का प्रबंधन करने के लिए कानूनी जनादेश में स्पष्ट रूप से जलवायु परिवर्तन का उल्लेख नहीं किया जाता। संघीय एजेंसियां भी जलवायु परिवर्तन विज्ञान को अपनी योजनाओं में हमेशा शामिल नहीं करतीं। हालांकि 2023 की शुरुआत में पर्यावरणीय गुणवत्ता पर व्हाइट हाउस काउंसिल ने पर्यावरण को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करने वाली प्रमुख संघीय कार्रवाइयों का प्रस्ताव रखते हुए संघीय एजेंसियों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर गौर करने का निर्देश दिया।

कई ‘लॉगिंग’ परियोजनाएं इस श्रेणी में आती हैं। हालांकि हजारों एकड़ को प्रभावित करने वाली कई बड़ी ‘लॉगिंग’ परियोजनाओं को इससे कानूनी रूप से छूट दी गई है।

पुराने पेड़ों को काटने से क्या नुकसान होता है

महाद्वीपीय अमेरिका में अधिकतर जंगलों को कई बार काटा गया है। आज इनमें से केवल पांच प्रतिशत से भी कम वन 100 वर्ष से अधिक पुराने हैं। पुराने व बेहद बड़े पेड़ सबसे अधिक कार्बन संग्रह करते हैं। वनों की कटाई वन कार्बन कम होने का मुख्य कारक है।

कैस्केड क्रेस्ट के पूर्व में ओरेगॉन के राष्ट्रीय जंगलों में 1990 के दशक की एक नीति के तहत 21 इंच व्यास वाले पेड़ों की कटाई मना थी, लेकिन 2021 में आए नए नियम में इसे बदल दिया गया ताकि बड़े पेड़ों को काटा जा सके। एक हालिया विश्लेषण के अनुसार, छह राष्ट्रीय वनों में केवल तीन प्रतिशत ही बड़े पेड़ हैं।

अधिक कटाई से अधिक कार्बन निकलेगा

‘लॉगिंग’ का समर्थन करने वाली कंपनियां अकसर यह तर्क देती हैं कि लकड़ी दोबारा उग सकती है और यह अन्य निर्माण सामग्री की तुलना में वातावरण में कम कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ती हैं। इस तरह के दावे अकसर आशावादी धारणा बनाते हैं जिसमें पेड़ों की कटाई के फायदों को अधिक बताया जाता है।

वर्ष 2019 में प्रकाशित एक समीक्षा में यह पता लगाने की कोशिश की गई कि 1900 से 2015 तक वाशिंगटन, ओरेगन और कैलिफोर्निया में काटे गए पेड़ों में कितना कार्बन था और पेड़ों को काटे जाने के बाद क्या हुआ। इसमें पाया गया कि इनसे निकला केवल 19 प्रतिशत कार्बन लंबे समय तक चलने वाले लकड़ी के उत्पादों में था, जैसे इमारतों की लकड़ी में .. अन्य 16 प्रतिशत ‘लैंडफिल’ में और शेष 65 प्रतिशत कार्बन डाइऑक्साइड के रूप में वातावरण में मौजूद रहा।

कार्बन को संग्रहित करने का सबसे सस्ता और सरल तरीका

राष्ट्रपति बाइडन ने विनाशकारी जलवायु परिवर्तन से बचने के लिए 2050 तक अमेरिकी ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को घटाकर शून्य करने का लक्ष्य रखा है। उस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए, अमेरिकी वनों, भूमि और महासागरों को वातावरण से उतनी ही कार्बन डाइऑक्साइड को हटाना होगा जितनी सीओ2 देश जीवाश्म ईंधन, उद्योग और कृषि से उत्सर्जित करता है।

मानव द्वारा अंजाम दी जाने वाली गतिविधियों के कारण जो कार्बन डाइऑक्साइड आज वातावरण में मौजूद हैं, उससे वैश्विक तापमान बढ़ेगा और यह समुद्र के स्तर को भी बढ़ा सकता है। ऐसा तब तक होता रहेगा, जब तक कि समाज इसे कम करने के तरीके नहीं खोज लेता।

वर्ष 2022 की जलवायु मूल्यांकन रिपोर्ट में, जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी समिति ने निष्कर्ष निकाला कि मौजूदा प्राकृतिक वनों की रक्षा ‘‘ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता’’ है।

कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के प्रबंधन के लिए वनों का संरक्षण सबसे कम लागत वाले विकल्पों में से एक है और इसके लिए महंगी या जटिल ऊर्जा खपत वाली तकनीकों की आवश्यकता नहीं होती है।










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