

चीन ने ईरान के खिलाफ अमेरिका के गैर कानूनी और एकतरफा प्रतिबंधों का कड़ा विरोध किया है।
बीजिंग: चीन ने ईरान के खिलाफ अमेरिका के गैर कानूनी और एकतरफा प्रतिबंधों का कड़ा विरोध किया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने पत्रकारों से कहा,“चीन ने कई बार जोर दिया है कि ईरान सहित अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ चीन के आर्थिक और व्यापारिक संबंध अंतरराष्ट्रीय नियमों के दायरे में हैं।”
उन्होंने कहा कि ईरान के साथ चीन के सामान्य संबंध तार्किक और कानूनी हैं और उनका सम्मान किया जाना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि क्या चीन फारस की खाड़ी और होर्मुज के जलडमरूमध्य की सुरक्षा के लिए अमेरिकी गठबंधन में शामिल लेगा, तो प्रवक्ता ने कहा, “एक सैद्धांतिक प्रतिक्रिया के रूप में, (फारस ) खाड़ी क्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा आपूर्ति और वैश्विक सुरक्षा तथा स्थिरता के लिए बहुत महत्व रखता है।”
उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि संबंधित पक्ष शांत रहेंगे एवं संयम बरतेंगे, तनाव को रोकने के लिए ठोस उपाय करेंगे और संयुक्त रूप से इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखेंगे।” इससे पहले ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा था कि हाल ही में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक ने इस तथ्य को साबित कर दिया कि अमेरिका अलग-थलग पड़ चुका है।
ईरान परमाणु समझौते से अलग होने तथा फिर से ईरान पर प्रतिबंध के बावजूद अमेरिका के अनुरोध पर आईएईए के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की असाधारण बैठक बुलाई गई थी ताकि उसमें परमाणु समझौते के तहत इसकी प्रतिबद्धता काे कम करने पर विचार किया जा सके। (वार्ता)
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