Chaitra Navratri: नवरात्रि के पांचवें दिन ऐसे करें मां स्कंदमाता की पूजा, इस विधि से मिलेगा व्रत का पूरा लाभ, जानें महत्व

देशभर में नवरात्रि का पांचवां दिन है। आज के दिन भक्तों की सभी इच्छाओं की पूर्ति करने वाली मां स्कंदमाता की आराधना की जाती है। डाइनामाइट न्यूज़ पर जानें करनी चाहिए मां स्कंदमाता की पूजा।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 6 April 2022, 11:10 AM IST

नई दिल्ली: देशभर में नवरात्रि का पावन पर्व मनाया जा रहा है, आज नवरात्रि का पांचवां दिन है। आज के दिन मां दुर्गा के स्कंदमाता रूप की पूजा की जाती है। मां स्कंदमाता भक्तों की सभी इच्छाओं की पूर्ति करती हैं, ऐसा माना जाता है कि अगर आज मां स्कंदमाता की आराधना अच्छे दिल से करें तो सभी मनोकामनाएं पुरी हो जाती है। 

शास्त्रो के अनुासर,  मां स्कंदमाता की कृपा से मूर्ख भी ज्ञानी हो जाता है। पहाड़ो पर रहकर सांसारिक जीवों में नवचेतना का र्निर्माण करने वालीं देवी हैं स्कंदमाता। स्कंद कुमार कार्तिकेय की माता के कारण इन्हें स्कंदमाता नाम से भी जाना जाता है इनकी पूजा करने से व्यक्ति के लिए मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं।

जाने पूजा की विधि 

नवरात्रि के पांचवें दिन सबसे पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। अब घर के मंदिर या पूजा स्थान में चौकी पर स्कंदमाता की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें। गंगाजल से शुध्दिकरण  करें फिर एक कलश में पानी लेकर उसमें कुछ सिक्के डालें और उसे चौकी पर रखें। अब पूजा को संकल्प लें स्कंद माता को सफेद रंग पसंद है इसलिए आप सफेद रंग के कपडे़ पहनकर मां को केले का भोग लगाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से मां निरोगी रहने का आशीर्वाद देती हैं। 

 स्कंदमाता की पूजा का महत्व 

नवरात्रि में  स्कंदमाता की पूजा करने से आत्मविष्वास में वृध्दि होती है। मां स्कंदमाता की पूजा से ज्ञात और अज्ञात शत्रु का भय दूर होता है। इसके साथ ही जीवन में आने वाले संकटों को भी मां दूर करती हैं। स्कंदमाता की आराधना करने से भक्तों की मनेकामनाएं पुर्ण होती हैं। संतान प्राप्ति के लिए  स्कंदमाता की आराधना करना लाभकारी माना गया है।

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  • 6 April 2022, 11:10 AM IST