बड़ा खुलासा: मुंबई हमलों में पाकिस्तान की भूमिका की पुष्टि, पढ़िये पूरी रिपोर्ट

डीएन ब्यूरो

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को कहा कि 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में आरोपी पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यवसायी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के लिए अमेरिकी अदालत की मंजूरी से भारत के इस रुख की पुष्टि होगी कि हमलों में पाकिस्तान की भूमिका थी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस


मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को कहा कि 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में आरोपी पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यवसायी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के लिए अमेरिकी अदालत की मंजूरी से भारत के इस रुख की पुष्टि होगी कि हमलों में पाकिस्तान की भूमिका थी।

कैलिफोर्निया स्थित एक अमेरिकी अदालत ने राणा को भारत प्रत्यर्पित करने की अनुमति दी थी। राणा फिलहाल लॉस एंजिलिस की संघीय जेल में बंद है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिकी राष्ट्रपति जो. बाइडन के निमंत्रण पर अपनी पहली राजकीय यात्रा पर अमेरिका जाने से लगभग एक महीने पहले यह फैसला आया है।

छब्बीस नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों में भूमिका को लेकर भारत द्वारा प्रत्यर्पण का अनुरोध किये जाने पर राणा को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था।

मुंबई आतंकवादी हमलों में छह अमेरिकी नागरिकों सहित कुल 166 लोग मारे गए थे। इन हमलों को 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अंजाम दिया था। ये हमले मुंबई के प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण स्थानों पर 60 घंटे से अधिक समय तक जारी रहे थे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार फडणवीस ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हर कोई जानता है कि मुंबई के आतंकवादी हमले में पाकिस्तान का हाथ था। लेकिन राणा के भारत प्रत्यर्पण के साथ ही, यह कानूनी रूप से हमले के पीछे पाकिस्तान की भूमिका को स्थापित करेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘इससे हमारे देश को पाकिस्तान को एक आतंकवादी देश के रूप में अधिसूचित/सूचीबद्ध करने और साथ ही संयुक्त राष्ट्र की कई संधियों के तहत पाकिस्तान के खिलाफ विभिन्न प्रतिबंधों को लागू करने में मदद मिलेगी।’’

फडणवीस ने कहा कि मोदी सरकार और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) ने इन मामलों में पहल की। उन्होंने , ‘‘हम अब इसका नतीजा देख सकते हैं।’’

भारत और अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण संधि है। अमेरिकी न्यायाधीश ने फैसला सुनाया कि राणा का भारत प्रत्यर्पण पूरी तरह से संधि के अधिकार क्षेत्र में है।










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