क्या आपके दोस्त या करीबी में हो रहे ये बदलाव, तो बचाओ उसको, कहीं सुसाइड ना…
अक्सर माना जाता है कि आत्महत्या करना खुद में एक बीमारी है, जबकि सच यह है कि ऐसा कदम उठाने के पीछे कई मानसिक और सामाजिक कारण होते हैं। बोलचाल में “अब मुझसे नहीं होगा”, “सब खत्म हो गया”, “मेरे बिना सब ठीक रहेगा” जैसी बातें कहना, कुछ लोग आत्महत्या से पहले तैयारी भी करने लगते हैं, जैसे- वसीयत बनाना, अपनी चीजें बांटना, हथियार, दवाइ या ज़हर ढूंढना और सुसाइड नोट लिखना।