भीम आर्मी प्रमुख आजाद को पहले फेसबुक पर मिली थी धमकी, आरोपी युवक गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

भीम आर्मी के प्रमुख एवं आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को कथित तौर पर ‘क्षत्रिय ऑफ अमेठी’ नाम के फेसबुक पेज पर जान से मारने की धमकी के मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

भीम आर्मी के प्रमुख  चंद्रशेखर आजाद
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद


अमेठी: भीम आर्मी के प्रमुख एवं आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को कथित तौर पर ‘क्षत्रिय ऑफ अमेठी’ नाम के फेसबुक पेज पर जान से मारने की धमकी के मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद में आजाद पर बुधवार शाम जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें वह घायल हो गए थे । पुलिस ने बताया कि हमले में इस्तेमाल की गई कार बुधवार रात सहारनपुर जिले के मिरगपुर गांव से बरामद कर ली गई है। कार का नंबर प्लेट हरियाणा का है।

‘क्षत्रिय ऑफ अमेठी’ नाम के फेसबुक पेज पर आजाद को जान से मारने की धमकी मामले पर संज्ञान लेते हुए गौरीगंज पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 506 तथा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कानून के तहत पुलिस ने एक मामला दर्ज किया था।

अमेठी के पुलिस अधीक्षक इलामारन जी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अमेठी के बसंतपुर गांव के विमलेश सिंह (30) के खिलाफ मामला दर्ज कर बृहस्पतिवार की शाम उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

बयान के मुताबिक प्रथम दृष्टया विमलेश सिंह का सहारनपुर में भीम आर्मी प्रमुख पर हुए हमले की घटना से संबंध नहीं पाया गया है। शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए विमलेश सिंह के विरुद्ध कार्रवाई की गयी ।

गौरतलब है कि ‘क्षत्रिय ऑफ अमेठी’ नाम के फेसबुक पेज पर छह दिन पूर्व एक पोस्ट में आजाद को धमकी दी गई थी।

इसी पेज पर बृहस्पतिवार को भी आजाद को धमकी देने वाला एक पोस्ट डाला गया था।

इसबीच सहारनपुर जिला चिकित्सालय से छुट्टी मिलने पर पत्रकारों से बातचीत में चंद्रशेखर आजाद ने बृहस्‍पतिवार को कहा कि वह बेहतर महसूस कर रहे हैं और उनका रक्तचाप स्थिर है।

उन्होंने कहा, 'मैं दर्द कम करने की दवा ले रहा हूं और उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिनों में ठीक हो जाऊंगा।'

उन्होंने आरोप लगाया, ''इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कुछ न बोलना यह दर्शाता है कि मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश में अपराध को संरक्षण दे रहे हैं।''










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