DN Exclusive: बलरामपुर नगर पालिका का सफाई अभियान कागजों में, शहर में गंदगी से महामारी की आशंका

डीएन ब्यूरो

प्रधानमत्री मोदी की फ्लेगशिप योजनाओं में से सबसे महत्वपूर्ण योजना स्वच्छ भारत अभियान को माना जाता है लेकिन बलरामपुर नगर पालिका परिषद स्वच्छ का नाम पर जिस रणनीति को अपना रहा है, उसने शहर वासियों का जीना दूभर कर दिया है। पालिका की लापरवाही और सफाई के आभाव में यहां महामारी का खतरा मंडरा रहा है। पूरी खबर..



बलरामपुर: स्वच्छता भारत अभियान के तहत लाख दावे करने वाली बलरामपुर नगर पालिका परिषद का सफाई अभियान केवल कागजों में ही चल रहा है। नगर पालिका की कार्यशैली की वजह से आम जनमानस को कितनी परेशानियां हो रही है, प्रशासन को इस बात की तनिक भी चिंता नहीं है। नगर पालिका द्वारा शहर से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण की व्यवस्था न करने से यहां बीमारियों और महामारी का अंदेशा बना हुआ है। शहर में जगह-जगह कूड़े और गंदगी के अम्बार देखने को मिलते है। गर्मी के दिनों में इससे निकलने वाली बदबू से आम जीवन त्रस्त है लेकिन नगर पालिका कुंभकरणी नींद में सोया हुआ लगता है।

 

बता दें कि बलरामपुर नगर पालिका द्वारा बौद्ध परिपथ पर चुंगी नाके के पास कूड़े का ढेर लगाया जाता है। शाम को कूड़े के ढेर में आग लगा दी जाती है, जिससे उठने वाला धुँआ पूरे क्षेत्र में फ़ैल जाता है और राहगीरों के जी का जंजाल बन जाता है। यह धुआं निसंदेह ही घातक और जानलेवा होता है।

नगर पालिका द्वारा नगर के सेंट जेवियर्स स्कूल के रास्ते में भी कूड़े को डंप किया जाता है औऱ बाद में उसमें आग लगा दी जाती है। जिससे निकलने वाला धुँए और बदबू से स्कूली बच्चों के साथ साथ शिक्षकों के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ नितिन शर्मा ने डाइनामाइट न्यूज़ के माध्यम से जिला प्रशासन से अपील की है कि वह कूड़े का ढेर शहर से दूर वीरान जगह पर गिरवाये, जिससे बच्चों का स्वास्थ्य संकट में न आ सके।

 

वहीं सिविल लाइन के निवासी सीमा का कहना है कि नपाप के द्वारा गिरवाये जाने वाले कूड़े से कई संक्रमित बीमारियों के पनपने का खतरा निरन्तर बना रहता है। पालिका द्वारा कूड़े का ढेर सुबह-शाम गिराया जाता है, उसके बाद उसमें आग लगा दिया जाता है। गंदे धुंए से बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होती है। डाइनामाइट न्यूज़ से बात करते हुए ग्रामीणों ने अपील और मांग की है कि कूड़े का ढेर यहाँ न लगाकर कहीं दूर जाकर फेंका जाये।

जिला अधिकारी कृष्णा करुणेश ने डाइनामाइट न्यूज़ से कहा कि नगर पालिका के अधिकारियों के साथ मीटिंग करके कार्य योजना बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि  शहर के कूड़े के निस्तारण लिये उचित योजना बनाई जायेगी। सफाई को लेकर प्रशासन द्वारा कोई समझौता नहीं किया जायेगा।  
 










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