

बलरामपुर के उतरौला में भूमाफियाओं ने दिव्यांग से धोखे से उसकी नौ बीघे खेत बैनामा करा लिया। पुलिस से न्याय न मिलने पर अब पीड़ित न्यायालय की शरण में पहुंच गया है। पूरी खबर..
बलरामपुर के उतरौला में भूमाफियाओं ने दिव्यांग से धोखे से उसकी नौ बीघे खेत बैनामा करा लिया। पुलिस से न्याय न मिलने पर अब पीड़ित न्यायालय की शरण में पहुंच गया है। पूरी खबर..
बलरामपुर: कोतवाली रेहरा बाजार के अंतर्गत ग्राम बड़हरा भिटौरा में भूमाफियाओं ने दोनों आँखों से दिव्यांग एक बुजुर्ग के साथ धोखाधड़ी करते हुए उसकी नौ बीघे खेत को हड़प लिया।भूमाफियाओं ने बुजुर्ग को बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड से पैसा निकलवाने के बहाने उसके नौ बीघे खेत का बैनामा करा लिया। इस मामले में बुजुर्ग को जब पुलिस से न्याय न मिला तो उसे अब न्यायालय की शरण में जाना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक थाना कोतवाली उतरौला के अन्तर्गत 80 साल के दिव्यांग रफी उल्लाह पुत्र शेर अली ने ग्राम पिपराराम निवासी महबूब अली पुत्र हाजी की मदद से पंजाब नेशनल बैंक मेहाली (पेहर) से एक लाख दस हजार रुपये निकलवाया था। शेष नब्बे हजार रुपये निकलवाने के लिये महबूब (उपरोक्त) प्रार्थी को उतरौला लेकर गया और आंख का इलाज कराने के लिये उसे मिशन अस्पताल में लेटा दिया। इश बीच उन्होंने बुजुर्द से उसके हस्ताक्षर भी करा लिये। उधर महबूब पीड़ित रफीउल्लाह के भतीजे को मोटर साईकिल से बलरामपुर लेकर चले गए और भूमाफियाओं महबूब, अनसार अहमद पुत्र अमीरूल्लाह मोहल्ला रफी नगर,उतरौला ने साजिश के तहत दिव्यांग से नौ बीघे खेत का धोखे से बैनामा करा लिया।
यह घटना बीते 17 मई की है। 80 साल के दिव्यांग रफी उल्लाह पुत्र शेर अली ने उच्चाधिकारियों को भेजे अपने प्राथना पत्र में लिखा है कि उसकी कोई आस-औलाद नहीं है और न बीबी है। उसकी सेवा उसका भतीजा खलीलुल्लाह ही करता है।
उप निबंधक एनके सिंह का कहना है कि बैनामे के पंजीयन के समय रफीउल्लाह ने स्वीकार किया था कि वह खेत बेचने आया था और उसे पूरे पैसे भी मिल चुके है। लेकिन बैनामे लेखपत्र में उसके नाबीना होने का कोई उल्लेख नही है। अब लाचार रफीउल्लाह व उसका भतीजा खलीलुल्लाह षडयंत्रकारियों को सजा दिलाने न्याय पाने के लिये मजबूर है और वह अब न्यायालय की शरण में जा पहुंचा।
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